इंदौर: बृहस्पतिवार को श्रीराम नवमी के दिन इंदौर के बलेश्वर धाम मंदिर में बावड़ी धसने का मामले में अभी तक 34 शव बावड़ी से बरामद हो चुके है। वहीं दो लोग अब भी लापता है। बावड़ी का पानी खाली करने के पश्चात् पूरी सर्चिंग की जाएगी। भीतर बड़े पत्थर एवं फरसियां जिन्हें मशीन से तोड़ा जाएगा। पूरी बावड़ी के मलबे को सर्च किया जाएगा। आर्मी, NDRF, SDRF के कुल 150 से अधिक जवान रेस्क्यू में लगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इंदौर घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया। सीएम शिवराज सिंह और उनके साथ आए क्षेत्रीय विधायक आकाश विजयवर्गीय एवं अन्य नेताओं को एप्पल अस्पताल में हादसे में सम्मिलित परिवारों ने विरोध कर लौटाया। उन्होंने नारे बाजी कर विरोध किया। पीड़ित परिजन बोले- काहे का इंदौर नंबर 1, जब साधन व्यवस्था ही नहीं तो सेना को पहले बुला लेते। प्रभावित परिजन बोले कि नेतागिरी और नौटंकी मत करो। सीएम शिवराज ने इंदौर में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मैं स्वयं भी रातभर बैठकर रेस्क्यू ऑपरेशन टीम और प्रशासन के संपर्क में था। एक मिसिंग है उनको ढूंढने के प्रयास निरंतर जारी हैं। घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी। पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है। जांच के आधार पर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारी प्राथमिकता रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर एक मिसिंग साथी को तलाशने की है। घटना में चोटिल नागरिकों का चिकित्सालय में बेहतर से बेहतर और मुफ्त इलाज किया जा रहा है। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों की सहायता में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। वही बावड़ी से पानी खाली किया जा रहा है मृतकों के परिजनों को मुआवजा दे दिया गया है। बंगाल में रामनवमी पर भड़की हिंसा, कई इलाकों में हुआ पथराव 'अमृतपाल को पाकिस्तान भाग जाना चाहिए था...', लोकसभा सांसद ने दिया चौंकाने वाला बयान इंदौर हादसे में 35 तक पहुंचा मृतकों का आँकड़ा, घायलों से मुलाकात करने पहुंचे CM शिवराज