देश भर में आगामी 14 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार बड़ी धूम-धाम से मनाया जायेगा. ये त्यौहार अपने आप में काफी ख़ास है. इस दिन जहाँ बच्चे से लेकर बड़े तक पतंगबाज़ी में मशगूल रहते है. वही महिलाए तिल और गुड़ से कई प्रकार के व्यंजन बनाती है. जिसे पूरा परिवार बड़े चाव के साथ खाता है. हिन्दू धर्म में इस त्यौहार को ख़ास महत्व दिया गया है. इस दिन को महादान का दिन माना गया है. इस दिन करने वाले किसी भी प्रकार के दान का पुण्य 100 गुना तक बढ़ जाता है. इसी वजह से देश भर के लोग इस ख़ास दिन बड़ी मात्रा में दान करते है. साथ ही इस दिन को धरती के लिए अच्छे दिनों की शुरुआत के तौर पर भी मनाया जाता है. दरअसल इस दिन सूर्य की पूर्व से उत्तर की और जाने लगता है. इससे पहले तक सूर्य पूर्व से दक्षिण की तरफ चलता है. जिसकी किरणे हमारे स्वस्थ्य के लिए भी हानिकारक मानी जाती है. इस विशेष दिन पर उड़द, चावल, तिल, चिवड़ा, गो, स्वर्ण, ऊनी वस्त्र, कम्बल आदि के दान को सबसे ज्यादा महत्त्व दिया जाता है. साथ ही गंगा या किसी पवित्र नदी में नहाने से सभी पापो, रोगों और परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है. इस मंदिर में पूजा करने के लिए पुरुषो को बनना पड़ता है औरत आई डोर सूतने की बारी, हो रही पतंगबाजी...