चेन्नई: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज सोमवार (24 जून) को कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर तमिलनाडु में हुई जहरीली शराब त्रासदी पर पार्टी की चुप्पी पर सवाल उठाया। अपने पत्र में जेपी नड्डा ने कहा कि कल्लाकुरिची शराब त्रासदी एक मानव निर्मित आपदा थी, उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में अवैध शराब माफिया डीएमके सरकार के तहत दंड से मुक्त होकर काम कर रहा है। अपने पत्र में जेपी नड्डा ने कहा कि कल्लाकुरिची शराब त्रासदी एक मानव निर्मित आपदा थी, राज्य में अवैध शराब माफिया डीएमके सरकार के तहत दंड से मुक्त होकर काम कर रहा है। भाजपा अध्यक्ष ने इस साल मई में तमिलनाडु में अवैध शराब पीने से 23 लोगों की मौत की घटना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने DMK सरकार को राज्य में अवैध शराब माफिया के बारे में आगाह किया था, लेकिन उनकी चेतावनियों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने लिखा, "वर्तमान मामले में भी, मीडिया और जांच रिपोर्टों ने अब तक यह स्पष्ट कर दिया है कि अवैध शराब का यह कारोबार किस तरह खुलेआम और दिनदहाड़े चल रहा था, और जाहिर तौर पर इसे राज्य और पुलिस का संरक्षण प्राप्त था।" नड्डा ने कहा कि माफिया के खिलाफ जिम्मेदारी लेने और कार्रवाई करने के बजाय राज्य सरकार मामले को दबाने में व्यस्त रही, जिसके कारण और अधिक मौतें हुईं। पत्र में कहा गया है, "मुझे इस बात पर आश्चर्य हुआ कि जब इतनी बड़ी आपदा आई है, तब आपके नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी ने इस पर चुप्पी साध रखी है। इस समय, भाजपा और पूरा देश वास्तव में मांग करता है कि आप DMK-INDI गठबंधन तमिलनाडु सरकार पर सीबीआई जांच के लिए दबाव डालें और मुथुस्वामी को मंत्री पद से तत्काल हटाना सुनिश्चित करें।" बता दें कि, आज तमिलनाडु में अवैध शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 57 हो गई है। जिला प्रशासन की ओर से सोमवार को जारी ताजा जानकारी के अनुसार, अवैध शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 57 हो गई है। अवैध शराब पीने के बाद राज्य के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में कुल 156 लोगों का इलाज चल रहा है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार उन बच्चों की पूरी शिक्षा और छात्रावास का खर्च उठाएगी, जिन्होंने कल्लाकुरुची शराब त्रासदी में अपने माता-पिता में से एक या दोनों को खो दिया है। संसद में केंद्र को घेरने के लिए राहुल गांधी ने बनाई 10 मुद्दों की लिस्ट, बोले- सरकार बचाने में व्यस्त हैं मोदी UP में घटी दर्दनाक घटना, एक साथ ख़त्म हुआ पूरा परिवार हिंसाग्रस्त मणिपुर में सुरक्षाबलों की तैनाती का विरोध क्यों कर रहे लोग ?