श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में बढ़ती घुसपैठ और आतंकी हमलों के चलते केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कड़ी कार्रवाई की है। 2 अगस्त 2024 को केंद्र सरकार ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) के प्रमुख नितिन अग्रवाल और डिप्टी स्पेशल डायरेक्टर जनरल (SDG) योगेश बहादुर खुरानिया को उनके पद से हटा दिया है। दोनों अधिकारियों को अपने-अपने होम कैडर, केरल और ओडिशा, में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से होने वाली घुसपैठ और आतंकी हमलों में पिछले एक साल में वृद्धि के कारण की गई है। नितिन अग्रवाल, 1989 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं, और उन्होंने पिछले साल जून में बीएसएफ के डीजी का पदभार संभाला था। उनका कार्यकाल 2026 में पूरा होने वाला था, लेकिन इससे पहले ही उन्हें हटा दिया गया। योगेश बहादुर खुरानिया, 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जो पाकिस्तान बॉर्डर पर सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। खुरानिया ओडिशा पुलिस के बड़े पदों पर भी रह चुके हैं। सरकार के इस कदम के पीछे जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं के आँकड़े मुख्य कारण हैं। इस साल 21 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर में 11 आतंकी हमले और 24 एनकाउंटर हुए हैं, जिनमें 14 सुरक्षाकर्मियों और 14 नागरिकों की मौत हुई है। बीएसएफ, जिसमें लगभग 2.65 लाख कर्मी शामिल हैं, पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं पर सुरक्षा का कार्य देखती है। बीएसएफ जम्मू, पंजाब, गुजरात और राजस्थान से सटी 2290 किलोमीटर लंबी सीमा की निगरानी करती है, जिनमें से कई इलाके बेहद संवेदनशील हैं। 50 हज़ार करोड़ के 8 हाईवे प्रोजेक्ट्स को मोदी सरकार ने दी हरी झंडी, बुनियादी ढांचा होगा मजबूत, लाखों लोगों को मिलेगा रोज़गार जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव जल्द, 8 अगस्त को निर्वाचन आयोग का दौरा, सियासी दलों के करेंगे मुलाकात आखिर उपराष्ट्रपति पर क्यों भड़क पड़ीं जया अमिताभ बच्चन ? हंस दिए जगदीप धनखड़