शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ ही भाजपा और कांग्रेस ने चुनावी अभियान तेज कर दिया है। आज कांग्रेस शनिवार (5 नवंबर) को राज्य में अपना घोषणापत्र जारी करने वाली है। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी का दो जनसभाओं को संबोधित करने का कार्यक्रम है। हिमाचल में चुनावी बिगुल फूंकने से पहले पीएम मोदी पंजाब जाएंगे और अमृतसर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से मिलेंगे। मामले के जानकारों का कहना हैं कि हिमाचल पहुंचने से पहले पीएम मोदी और बाबा गुरिंदर सिंह की मुलाकात के बड़े सियारी मायने हैं, क्योंकि पंजाब चुनाव से पहले भी पीएम मोदी ने ढिल्लों से मुलाकात की थी। बता दें कि, बाबा गुरिंदर, पंजाब ही नहीं बल्कि हिमाचल में भी काफी प्रभाव रखते हैं। चुनावी कार्यक्रम के अनुसार, 12 नवंबर को हिमाचल की सभी 68 सीटों पर मतदान होना है और 8 दिसंबर को परिणाम आएंगे। आज पीएम मोदी हिमाचल में दो जगह जनसभाएं करने वाले हैं। मगर, हिमाचल पहुंचने से पहले वे पंजाब के अमृतसर में राधास्वामी सत्संग डेरा प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से मिलेंगे। इस मुलाकात को सियासी पंडित चुनावों से जोड़कर देखा रहे हैं। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि पीएम मोदी ने पंजाब चुनाव से एन पहले भी ढिल्लों के साथ मुलाकात की थी। अब हिमाचल चुनाव से पहले पीएम मोदी और ढिल्लों से मुलाकात के भी कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। बता दें कि, राधा स्वामी डेरे की स्थापना वर्ष 1891 में बाबा जैमल जी ने की थी। पंजाब के अमृतसर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास एक आध्यात्मिक केंद्र है। इस डेरे के देश-दुनिया में करोड़ों की संख्या में अनुयायी हैं। पंजाब, हरियाणा और हिमाचल में भी राधा स्वामी सत्संग के लाखों अनुयायी है। अकेले हिमाचल प्रदेश में इनकी तादाद पांच लाख के आसपास है। राधा स्वामी सत्संग डेरे के हिमाचल के प्रत्येक जिले में अनुयायी है, ऐसे में हिमाचल चुनाव से पहले पीएम मोदी का ढिल्लों से मिलना भाजपा के लिए फायदे का सौदा हो सकता है। '2024 तक चलता रहेगा CBI-ED का खेल', केंद्र पर फूटा तेजस्वी यादव का गुस्सा 'हिटलर के बाद केजरीवाल दूसरे शासक हैं, उन्होंने भी दिल्ली को गैस चैम्बर बना दिया' दिल्ली MCD चुनाव का हुआ ऐलान, जानिए कब है मतदान