सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है। इस वर्ष , नाग पंचमी 09 अगस्त, शुक्रवार को होगी। इस दिन, महादेव और नाग देवता की पूजा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन खेतों की फसलों की रक्षा के लिए भी नाग देवता की आराधना की जाती है। नाग पंचमी की पूजा से महादेव प्रसन्न होते हैं तथा अपने भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं। रोटी बनाने की मनाही नाग पंचमी के दिन रोटी बनाना शुभ नहीं माना जाता। इसके पीछे कई धार्मिक मान्यताएं हैं: लोहे का उपयोग: इस दिन लोहे की चीजों का इस्तेमाल वर्जित माना जाता है। रोटी बनाने के लिए जिस तवे का इस्तेमाल किया जाता है, उसे नाग के फन से जोड़ा जाता है। इस दिन चूल्हे पर तवा रखने से नाग देवता नाराज हो सकते हैं। राहु का प्रभाव: तवे को राहु के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है। नाग पंचमी पर तवे के इस्तेमाल से कुंडली में राहु ग्रह का प्रभाव बढ़ सकता है, जिससे जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। अन्य तिथियां जब रोटी बनाना निषिद्ध है नाग पंचमी के अलावा, सनातन धर्म में कुछ अन्य तिथियां भी हैं जब रोटी बनाना शुभ नहीं माना जाता: शीतला अष्टमी: इस दिन मां शीतला की पूजा की जाती है। माता शीतला को बासी खाने का भोग अर्पित किया जाता है, तथा इसी बासी खाने को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। इस दिन रोटी बनाना वर्जित है। दीवाली, मकर संक्रांति, और शरद पूर्णिमा: इन अवसरों पर भी रोटी बनाने की मनाही होती है। इन धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, नाग पंचमी और अन्य विशेष तिथियों पर रोटी बनाना शुभ नहीं माना जाता और इन परंपराओं का पालन करने से धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जीवन में सकारात्मक प्रभाव आ सकता है। बस नागपंचमी के दिन 24 घंटे के लिए खुलते है इस मंदिर के पट, जानिए इसका इतिहास ये 3 गलतियां तोड़ सकता है पति-पत्नी का रिश्ता, बिगड़ जाएगा घर समाज में खूब नाम रोशन करते है ऐसे लोग