आखिर क्यों इतना शानदार है धुआंधार का नजारा

मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित भेड़ाघाट एक ऐसी जगह है, जिसके सौंदर्य के आगे विदेशी नजारे भी फीके लगते हैं। यह जगह अपनी संगमरमर की चट्टानों और हरे-भरे पेड़ों के लिए मशहूर है। भेड़ाघाट की सुंदरता इतनी खास है कि यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है। इसके अलावा, बोटिंग के लिए भी यह जगह बेस्ट मानी जाती है। आइए, जानते हैं भेड़ाघाट की खासियत और वहां तक पहुंचने का तरीका।

भेड़ाघाट की खासियत

भेड़ाघाट की संगमरमर की चट्टानें समय के साथ बनती गई हैं। यहां 100 फीट ऊंची चट्टानें हैं, जो इस घाट को खास बनाती हैं। बहते हुए पानी ने इन मार्बल रॉक्स को 5 किलोमीटर की घाटी में बदल दिया है। इन मार्बल पर मैग्नेशियम बहुत ज्यादा है, इसलिए यह पत्थर नर्म होते हैं।

धुआंधार जलप्रपात

भेड़ाघाट का धुआंधार जलप्रपात बहुत प्रसिद्ध है। यहां पानी इतनी तेजी से गिरता है कि धुएं जैसा दिखाई देता है, इसलिए इसे धुआंधार जलप्रपात कहा जाता है। पानी के गिरने की आवाज भी बहुत तेज होती है, जो यहां की खासियत को और बढ़ा देती है।

चौसठ योगिनी मंदिर

भेड़ाघाट में चौसठ योगिनी मंदिर भी विशेष महत्व रखता है। इस मंदिर में 64 योगिनियों की मूर्तियां हैं, जो इसे धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बनाती हैं।

इतिहासकार की दृष्टि

इतिहासकार जयंत वर्मा बताते हैं कि नर्मदा नदी और ताप्ती नदी बंगाल की खाड़ी की बजाय अरब सागर में गिरती हैं। अरबों साल पहले जब ज्वालामुखी फटा, तो लावा बहकर सॉफ्ट स्टोन बन गया, जिसे मार्बल कहा जाता है।

आकार बदलने वाली चट्टान

भेड़ाघाट की चट्टानें कई फीट ऊंची हैं और लोग इन्हें जादुई मानते हैं। नदी के बहाव के साथ ये चट्टानें आकार बदल देती हैं। ये चट्टानें बाहर से काली और अंदर से सफेद होती हैं। रात में चांदनी के समय इनका नजारा बेहद खूबसूरत होता है। कुछ समय पहले यहां डायनासोर के अंडे भी मिले थे।

फिल्मों की शूटिंग

भेड़ाघाट में कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। शाहरुख खान और तापसी पन्नू की फिल्म ‘डंकी’ में भी इस जगह को दिखाया गया है। इसके अलावा, मोहनजोदड़ो, प्राण जाये पर वचन ना जाये, अशोका, जिस देश में गंगा बहती है और बॉबी जैसी फिल्मों की शूटिंग भी यहां हो चुकी है।

भेड़ाघाट कैसे पहुंचे

भेड़ाघाट पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको जबलपुर रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पर उतरना होगा। जबलपुर से भेड़ाघाट की दूरी लगभग 25 किलोमीटर है। जबलपुर का अपना एयरपोर्ट भी है, जिससे आप हवाई मार्ग से भी पहुंच सकते हैं। भेड़ाघाट तक जाने के लिए रोपवे का भी ऑप्शन मौजूद है। बोटिंग करने पर आप यहां के नजारों को और करीब से देख सकते हैं। बोटिंग की टिकट 200 रुपये है। भेड़ाघाट की सुंदरता, संगमरमर की चट्टानों और धुआंधार जलप्रपात का जादू यहां आने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। अगर आप भी प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण का अनुभव करना चाहते हैं, तो भेड़ाघाट जरूर जाएं और वहां के अद्वितीय नजारों का आनंद लें।

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