नई दिल्ली: प्रति वर्ष 25 सितंबर को दुनियाभर में विश्व फार्मासिस्ट दिवस (World Pharmacists Day) मनाया जाता है। मगर अभी भी बहुत से लोगों के जेहन में ये सवाल रहता है कि आखिर विश्व फार्मासिस्ट दिवस क्यों मनाया जाता है, इसकी शुरुआत कब से हुई है, इसे मनाने के पीछे का उद्देश्य क्या है। तो आइए आज हम आपको इन सवालों के जवाब देते हैं। क्या होता है फार्मासिस्ट:- दरअसल, जब भी कोई बीमार होता है या किसी को कोई शारीरिक दिक्कत होती है, तो उसे सबसे अधिक जिस चीज की आवश्यकता पड़ती है, वो है दवाइयां (Medicine)। को आपको दवाइयां देते हैं, वो फार्मासिस्ट ही होते हैं। फार्मासिस्ट अक्सर प्राइवेट (Private) और सरकारी हॉस्पिटल, स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात रहते हैं। ये फार्मासिस्ट बीमार लोगों के लिए डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब्ड या लिखी गई दवा मरीजों को देते हैं।फार्मासिस्ट को ही ‘केमिस्ट’ भी कहा जाता है। यह एक ऐसा व्यक्ति होता है, जिसे दवाइयों के संबंध में काफी जानकारी होती है। कई बार आप छोटी-मोटी परेशानी के लिए अपने नजदीकी केमिस्ट के पास जाकर दवा भी लेते हैं। कैसे हुई विश्व फार्मासिस्ट दिवस की शुरुआत :- बता दें कि इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल फेडरेशन की स्थापना 25 सितंबर 1912 को की गई थी। इसका मुख्य मकसद पूरे विश्व में फार्मेसी को आगे बढ़ाना है। इसकी शुरूआत 19वीं शताब्दी में आयोजित किए गए अंतराष्ट्रीय फार्मास्युटिकल कांग्रेस की श्रृंखाला से हुई थी। इस साल क्या है विश्व फार्मासिस्ट दिवस :- बता दें कि प्रति वर्ष इस दिवस का आयोजन एक थीम के साथ किया जाता है। उसी के तहत इस साल भी विश्व फार्मासिस्ट दिवस की एक थीम निर्धारित की गई गई है। 2022 में इसकी थीम स्वस्थ विश्व के लिए फार्मासिस्ट यूनाइटेड इन एक्शन तय की गई है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती आज, जिन्होंने सबसे पहले दिया था 'अंत्योदय' का नारा पति ने दिया तीन तलाक़, तो मुस्लिम महिला ने हिन्दू बनकर मंदिर में रचा ली दूसरी शादी बारिश से दिल्ली बेहाल, सड़कों के गड्ढों में घुस रहीं बसें.., केजरीवाल सरकार के दावों का क्या ?