जमशेदपुर: झारखंड के पूर्व मंत्री सह जमशेदपुर पूर्वी के MLA सरयू राय ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर हुई चार्जशीट के आधार पर मुख्यमंत्री को बुला रही है, जो साहेबगंज एवं पाकुड़ में गिट्टी घोटाला से जुड़ा है। राय का आरोप है कि इस मामले में हेमंत सोरेन से ज्यादा घोटाला रघुवर दास के सीएम एवं खान मंत्री रहते हुआ है। इसका प्रमाण प्रवर्तन निदेशालय की उसी चार्जशीट में है, जिसके आधार पर हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार पर तो बस गिट्टी घोटाले का आरोप है, जिसमें उनके प्रतिनिधि पंकज मिश्रा मुख्य अभियुक्त हैं, लेकिन रघुवर दास पर तो गिट्टी घोटाला के साथ ही मनरेगा घोटाले का आरोप भी है, जो प्रवर्तन निदेशालय की उस चार्जशीट से साबित होता है, जिसमें पूजा सिंघल पर मुकदमा हुआ है। राय बृहस्पतिवार को जमशेदपुर में संवाददाता सम्मेलन कर यह आरोप लगा रहे थे। सरयू राय ने सवाल उठाया कि प्रवर्तन निदेशालय ने सीएम हेमंत सोरेन को तो पूछताछ के लिए बुलाया है पर रघुवर दास को नहीं। प्रवर्तन निदेशालय निष्पक्ष रहे और सीएम हेमंत सोरेन के साथ तत्कालीन सीएम रघुवर दास को भी पूछताछ के लिए बुलाए। एक आंख में काजल और एक आंख में सुरमा की नीति से प्रवर्तन निदेशालय की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिह्न लग रहा है। प्रवर्तन निदेशालय इस मामले में रघुवर दास से भी पूछताछ करे तभी उसे विश्वसनीय माना जाएगा। नहीं तो सवाल उठेंगे। सरयू के अनुसार, गिट्टी घोटाला में प्रवर्तन निदेशालय ने जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें लिखा हुआ है कि रघुवर दास जब सीएम और खान मंत्री थे, तब दो तिहाई घोटाला और हेमंत सोरेन के वक़्त एक तिहाई घोटाला रेलवे रैक से बिना चालान गिट्टी ढुलाई में हुआ है। सरयू का यह भी आरोप है कि प्रवर्तन निदेशालय चार्जशीट के मुताबिक, रघुवर दास सीएम एवं खान मंत्री थे तब 2015 से 2019 के बीच हर वर्ष रेलवे रैक से अवैध ढुलाई हुई है। यह ढुलाई 2015-16 से 2019-20 के बीच 233 रेक से हुई है तथा रघुवर दास सरकार में वसूली एजेंट प्रेम प्रकाश की कंपनी सीटीएस इंडस्ट्री ने यह अवैध ढुलाई की है। 'ऐसे लोगों को चौराहे पर फांसी होनी चाहिए, जिससे चील-कौव्वे...', आखिर किस पर भड़की उषा ठाकुर? महिलाओं को 'लखपति दीदी' बनाएंगी सरकार, CM ने बताया पूरा प्लान 'RJD ने सबको बंधुआ मजदूर बना लिया है', जनता से बोले PK