संडे को ही क्यों माना जाता है छुट्टी का दिन ?

इंसान भले ही नौकरी करे या फिर खुद का कोई बिज़नेस, छुट्टी की ज़रूरत सभी को होती है. ज्यादातर जगहों पर देखा जाता है कि लोगों में सबसे ज्यादा जिस दिन को छुट्टी के लिए चुना गया है, वो है रविवार. रविवार के दिन ही लोग सबसे ज्यादा पसंद करते है, क्योंकि इस दिन सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल, कॉलेज और बैंक्स की छुट्टी होती है. इस दिन काम कम और एन्जॉयमेंट ज्यादा होता है. लेकिन कई लोगों के लिए रविवार सिर्फ छुट्टी का दिन नहीं, बल्कि दोगुने काम का दिन होता है, क्योंकि घर को व्यवस्थित भी तो रखना होता है. लेकिन कभी आपने गौर किया है, रविवार को ही सब छुट्टी क्यों लेते है.

हिन्दू मान्यताओं के अनुसार हफ्ते की  शुरुआत रविवार यानी संडे से होती है, क्योंकि यह दिन सूर्य भगवान का दिन होता है. सूर्य देवता को सभी ग्रहों का देवता माना जाता है, इसिलए इस दिन को पूजा-पाठ करने से सभी ग्रहों की कृपा दृष्टि बनी रहती है. यह कोई आजकल में निर्धारित किया हुआ नहीं है, यह प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है. वहीँ अगर ईसाई धर्म की बात की जाए तो संडे के दिन को हफ्ते का आखिरी दिन माना जाता है. इसी के साथ यह मान्यता भी है कि ईशवर ने 6 दिनों तक लगातार धरती पर काम किया और सातवे और आखिरी दिन केवल आराम किया.

यही वजह है कि रविवार के दिन को पूरे विश्व में सबसे सटीक माना गया है और इसी दिन छुट्टी भी ली जाती है. आखिरी दिन मानने के साथ-साथ इसे वीकेंड का भी नाम दिया गया है क्योंकि इस वार से हफ्ते का अंत होता है. ईसाई धर्म में संडे को काम करना अशुभ माना जाता है.

इस सीक्रेट सोसायटी में रहते हैं जिंदा भूत

कॉफ़ी खोल सकती है आपके व्यक्तित्व से जुड़े कई राज

जानिए क्यों बनाया जाता है सिर्फ लड़कियों को रिसेप्शनिस्ट

Related News