कहा जाता है कि हिंदी सिनेमा में राजेश खन्ना के जैसा स्टारडम आज तक किसी दूसरे कलाकार को नहीं मिला। हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार की जब भी बात की जाती है तो नाम राजेश खन्ना का ही आता है। उन्हें हिंदी सिनेमा का पहला सुपरस्टार कहा जाता है। एक ऐसा अभिनेता जो न केवल पर्दे पर अदाकारी के रंग बिखेरता था, बल्कि असल ज़िंदगी में लड़कियां उन्हें खून से खत लिखा करती थी, वहीं उनकी गाड़ी की धूल से लड़कियां अपनी मांग सजाया करती थी। राजेश खन्ना जब अपनी फ़िल्मी करियर में शिखर पर थे, तब कहा जाता था ऊपर आका और नीचे काका। राजेश खन्ना को लोग प्यार से काका कहकर बुलाते थे। राजेश खन्ना आज हमारे बीच तो नाहीं है, लेकिन उनकी यादें, फ़िल्में, किस्से आज भी हर किसी को एक अलग ही आनंद देकर जाते हैं। 1966 में राजेश खन्ना की पहली फिल्म आखिरी खत आई थी, वहीं साल 1969 में आई उनकी फिल्म आराधना ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया। इस फिल्म ने ही हिंदी सिनेमा को उसका पहला सुपरस्टार देने का रास्ता खोल दिया था। राजेश खन्ना का स्टारडम आगे इस कदर बॉलीवुड से लेकर आम लोगों के सिर चढ़कर बोला कि साल 1971 तक उन्होंने लगतार 15 हिट फ़िल्में दें डाली। ख़ास बात यह है कि आज करीब 50 सालों के बाद भी यह कीर्तिमान राजेश खन्ना के पास ही है। उनका यह रिकॉर्ड कोई भी नहीं तोड़ सका है। अपने लंबे फ़िल्मी करियर में राजश ने 168 फिल्मों में काम किया। राजेश खन्ना अपनी फिल्मों के लिए फीस के तौर पर मोटी रकम लिया करते थे। साल 1969 से 1987 के दौरान तक वे सबसे अधिक फीस लेने वाले अभिनेता थे। करोड़ों आंखों को नम करते हुए साल 2012 में 18 जुलाई को राजेश खन्ना ने मायानगरी मुंबई में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। मरणोपरांत राजेश खाना को द्मभूषण पुरस्कार दिया गया था। शाहरुख़-सलमान-अक्षय के कारण जमकर सुर्ख़ियों में रही 'देसी गर्ल', ये है प्रियंका चोपड़ा के 5 बड़े विवाद रिलीज हुआ 'दिल बेचारा' का दूसरा गाना, सुनकर रोमांस में खो जाएंगे आप शकुंतला देवी : रिलीज हुआ विद्या की नई फिल्म का ट्रेलर, गणित से बातें करती आईं नजर