लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नई योजना बनाई है. जिस इलाके में कोरोना वायरस का तेजी से प्रसार होगा वहां भौगोलिक क्वारंटाइन किया जाएगा यानी वहां लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक होगी. कंटेनमेंट जोन में संक्रमितों की तलाश के साथ ही पूरी तरह से घेराबंदी की जाएगी और विशेष टीमें घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेंगी. 90 हज़ार के पार पहुंचा कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा, बड़े शहरों में सबसे ज्यादा तबाही आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए तैयार की गई नई योजना में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि बड़े प्रकोप वाले भौगोलिक क्षेत्र यानी गांव, कस्बा या शहर के उस इलाके से है, जहां स्थानीय स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि हुई हो. परिचालन के मकसद से बड़े प्रकोप वाले क्षेत्र से मतलब उस इलाके से है जहां 15 या उससे ज्यादा मामले सामने आए हों. जलपाईगुड़ी में मजदूरों से भरी बस पलटी, 15 जख्मी अगर आपको नही पता तो बता दे कि भौगोलिक क्वारंटाइन का मतलब होगा कि उस इलाके में लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से पाबंदी होगी. जहां ज्यादा मामले होंगे उस इलाके की सख्त घेराबंदी की जाएगी. जिन क्षेत्रों में ज्यादा मामले होंगे या एक या ज्यादा जिलों के एक से ज्यादा ब्लॉक में संक्रमण फैला होगा वहां भौगोलिक क्वारंटाइन लागू किया जाएगा. यह कोरोना के मामलों में और उनके संपर्कों पर आधारित होगा. पुणे की फार्मा कंपनी का दावा, कहा- तीन दवाओं से हो सकता है कोरोना का इलाज कोरोना संकट में इंसानियत की मिसाल, दोस्त अमृत की आखिरी सांस तक उसके साथ डटा रहा याकूब आर्थिक पैकेज: आज आखिरी किश्त की घोषणा करेंगी वित्त मंत्री, 11 बजे से प्रेस वार्ता