धर्मशाला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने धर्मशाला को हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजधानी घोषित किया है. मुख्यमंत्री ने यह घोषणा कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित उन समाचारों के बाद की है, जिनमें उल्लेख किया गया था कि प्रदेश सरकार धर्मशाला को वर्ष में दो माह के लिए राज्य की शीतकालीन राजधानी बनाने पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि धर्मशाला का अपना अलग महत्व और इतिहास है और यह प्रदेश की दूसरी राजधानी बनने के लिए उपयुक्त स्थल है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के निचले क्षेत्रों, जिसमें कांगड़ा, चंबा, हमीरपुर व ऊना जिले भी शामिल हैं के लिए धर्मशाला का विशेष महत्व है. इन क्षेत्रों के लोग इस विशेष दर्जे से लाभान्वित होंगे तथा उन्हें अपने कार्यों के लिए शिमला तक लंबा सफर तय नहीं करना पड़ेगा. धर्मशाला न केवल भारत बल्कि विश्व में धार्मिक, प्राकृतिक व साहसिक पर्यटन सहित अनेक कारणों से प्रसिद्ध है. उन्होंने कहा कि धर्मशाला धर्मगुरू दलाई लामा का निवास स्थान भी है तथा विश्वभर से लोग यहां आते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर 2005 में शिमला से बाहर हिमाचल प्रदेश विधानसभा का पूर्ण शीतकालीन सत्र आयोजित किया गया था. तपोवन में पहले ही विधानसभा भवन कार्य कर रहा है, जिसकीआधारशिला उन्होंने अपने पूर्व शासनकाल के दौरान वर्ष 2006 में रखी थी. यह शहर पहले ही हिमाचल प्रदेश विधानसभा के 12 शीतकालीन विधानसभा सत्रों को आयोजित करने का गवाह है. वीरभद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने ही वर्ष 1994 में लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं का निवारण करने व क्षेत्र में विकास कार्यों की प्रगति को देखने के लिए वार्षिक शीतकालीन प्रवास की प्रथा आरंभ की थी. और पढ़े- मोहाली: कार से 160 किलो सोना बरामद गोवा में BJP जीती तो पर्रिकर बन सकते हैं CM देशभर में शीतलहर का दौर, पाईपलाईन में जम गया पानी हिमाचल की वादियां छोड़ दिल्ली में बसना चाहते हैं अधिकारी