पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री को लेकर अटकलें लंबे वक़्त से चल रही थीं। यह कयास लगाया जा रहा था कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) पार्टी का भविष्य निशांत कुमार के हाथों में होगा तथा पार्टी उन्हें जल्द ही लॉन्च करेगी। लोगों ने उम्मीद जताई कि 49 वर्षीय निशांत कुमार पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। किन्तु अब निशांत कुमार ने इस पर स्वयं ही विराम लगा दिया है। शुक्रवार को निशांत कुमार पटना के बाजार में स्पीकर खरीदने पहुंचे थे, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत की। जब उनसे राजनीति में सम्मिलित होने को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वे अध्यात्म की तरफ अग्रसर हैं। निशांत कुमार ने सीधे तौर पर राजनीति में आने से इनकार तो नहीं किया, किन्तु उनके बयान से यह साफ हो गया कि उनका रुझान फिलहाल राजनीति की तरफ नहीं है। उन्होंने बताया कि वे भजन सुनने के लिए एक स्पीकर खरीदने आए हैं, जिससे मोबाइल पर हरे रामा हरे कृष्णा के भजन को और अच्छे से सुन सकें। तत्पश्चात, वे गाड़ी में बैठकर चले गए। इस बीच, जदयू एवं सीएम नीतीश कुमार ने निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री को लेकर किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं की है। जनवरी में जब निशांत कुमार के पार्टी में सम्मिलित होने को लेकर अटकलें तेज हुई थीं, तो नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी विजय कुमार चौधरी ने इन अटकलों को निराधार बताया था। उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे पर सार्वजनिक चर्चा करना उचित नहीं है, क्योंकि इससे लोगों में संदेह उत्पन्न हो सकता है। अग्निवीरों को सरकार की बड़ी सौगात, इन राज्यों ने किया आरक्षण का ऐलान तगड़ी सुरक्षा भेदकर गर्लफ्रेंड को भगा ले गया बॉयफ्रेंड, बालिका गृह में मचा हंगामा हिंदू-मुस्लिम के बाद अब धार भोजशाला पर जैन समाज ने किया दावा, सुप्रीम कोर्ट में लगाई याचिका