रायपुर: इसी वर्ष के आखिर तक छत्तीसगढ़ में चुनाव हो सकते हैं। प्रदेश में अभी कांग्रेस की सरकार है तथा राजस्थान की भांति ही यहां भी पार्टी के लिए चुनाव से पहले अंदरुनी कलह को समाप्त करना एक चुनौती है। प्रदेश के मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव एवं सीएम भूपेश बघेल के बीच मनमुटाव की बातें किसी से छिपी नहीं हैं। इस बीच राजनंदगांव में जब कुछ पत्रकारों ने स्वास्थ्य मंत्री से भाजपा में जाने या फिर अपनी नई पार्टी बनाने को लेकर प्रश्न किये तो इसपर उन्होंने बड़ी ही बेबाकी के साथ दिलचस्प जवाब दिया है। स्वास्थ्य मंत्री से पूछा गया कि उनके भाजपा में जाने या फिर नई पार्टी बनाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। इसपर टी एस सिंहदेव ने कहा कि वो विचारधारा में अंतर के कारण वो बीजेपी में सम्मिलित नहीं होंगे। तत्पश्चात, उन्होंने हंसते हुए कहा कि नई पार्टी बनाने में बहुत पैसा लगता है। बता दें कि हाल ही में टी एस सिंहदेव ने बोला था कि उन्हें ऐसा नहीं लग रहा है कि वो आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। टी एस सिंहदेव ने कहा, 'वो भाजपा कभी नहीं ज्वाइन करेंगे। सिंहदेव ने कहा कि मेरी निजी विचारधारा एवं फिलॉस्पी भाजपा के साथ मेल नहीं खाती है। यही कारण है कि मैं बार-बार कह रहा हूं कि मैं भाजपा में नहीं जाऊंगा। सिर्फ वक़्त ही बताएगा कि मेरा राजनीतिक भविष्य क्या होगा।' बता दें कि वर्ष 2018 में जब प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई थी तब सिंहदेव सीएम पद के मजबूत दावेदार माने जा रहे थे। जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने ढाई वर्ष पूरे कर लिए तब सीएम के बनने को लेकर सिंहदेव एवं भूपेश बघेल के बीच खींचतान आरम्भ हुई। दावा किया गया था कि प्रदेश में सरकार बनते समय सीएम की कुर्सी को लेकर ढाई-ढाई वर्षों का फॉर्मूला तय हुआ था। जिसके आधार पर सिंहदेव स्वयं को सीएम बनते देखना चाहते थे। हालांकि यह खींचतान कुछ सप्ताहों के बाद समाप्त हो गई थी मगर कई बार पावर हासिल करने की यह लड़ाई जमीन पर दिखाई दे जाती है। 'TMC के 21 से अधिक नेता हमारे संपर्क में ..', मिथुन दा के दावे से बंगाल में मचा सियासी हड़कंप 'नेहरू-नासेर से आगे निकलेगी मोदी-सीसी की जोड़ी..', नई ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे भारत-मिस्र संबंध 'जो काले किसानों...', राहुल गांधी की जुबान फिर फिसली, कृषि कानूनों पर कर रहे थे पॉलिटिक्स, Video