नई दिल्ली: कांग्रेस ने केंद्र की सत्ताधारी भाजपा सरकार पर पेगासस जैसा जासूसी सॉफ्टवेयर 'कॉग्नाइट' (Cognyte) खरीदने का इल्जाम लगाया है। कांग्रेस ने कहा है कि केंद्र सरकार राजनेताओं, मीडिया और कार्यकर्ताओं की जासूसी करने के लिए पेगासस जैसे सॉफ्टवेयर खरीदने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा है कि 'मिनिमम गवर्नेंस-मैक्सिमम सर्विलांस' वाली सरकार बाजार में नए स्पाइवेयर को तलाश रही है। यह नया स्पाईवेयर पेगासस का विकल्प है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सोमवार (10 अप्रैल) को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता पक्ष, विपक्ष से नफरत करता है, मगर उन्होंने अपने ही मंत्रियों पर जासूसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया। खेड़ा ने आगे कहा कि इस सॉफ्टवेयर के लिए 986 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। कांग्रेस ने सरकार पर इल्जाम लगाया कि भाजपा शासित केंद्र सरकार करदाताओं के पैसे जासूसी सॉफ्टवेयर और इजराइली तकनीक खरीदने में लगा रही है। वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि जनता के सामने भाजपा का सच सामने न आ जाए। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में लोकतंत्र पर खतरे को लेकर जो सवाल किए गए, उन्हें अपराध माना जाता है, मगर इसके उलट देश की चुनावी प्रक्रियाओं को प्रभावित करने के लिए "कैम्ब्रिज एनालिटिका" का गकत इस्तेमाल करना सरकार के लिए सही है!' खेड़ा ने इस बात पर भी जोर दिया कि कितने लोग कॉग्नाइट के संबंध में नहीं जानते थे, मगर यह पेगासस की तरह ही काम करता था। यह मीडिया के बीच कम चर्चा में है, हालांकि, एक अमेरिकी लॉ फर्म ने कहा था कि कॉग्नाइट पत्रकारों, विपक्षी नेता और उनके परिवारों को नियमित रूप से लक्षित करने के लिए अनैतिक तरीकों का इस्तेमाल करता है। राजस्थान के 'सिद्धू' बन रहे सचिन पायलट ! क्या CM गहलोत को भी अमरिंदर की तरह छोड़नी पड़ेगी कुर्सी ? अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को चुनाव में उतारेगी बसपा ? मायावती ने दिया जवाब टाइगर रिजर्व पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी का दिखा नया लुक, देखिए तस्वीरें