नई दिल्ली: पूरी दुनिया में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। ऐसे में भारत में भी यह सवाल उठ रहा है कि क्या हमारे देश में लोगों को वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जाएगी, अब इसका जवाब मिल गया है. मामले से संबंधित लोगों ने कहा है कि अभी भारत की प्राथमिकता है कि वह अपनी व्यस्क आबादी का टीकाकरण पूरा करे और 12 से 18 उम्र के बच्चों का टीकाकरण आरंभ करें। उन्होंने कहा कि हमें बूस्टर डोज की आवश्यकता पड़ सकती है, किन्तु अभी हमारा ध्यान इस पर नहीं है। नाम न छापने की शर्त पर एक बड़े सरकारी अधिकारी ने बताया है कि, 'आखिरकार हमें बूस्टर खुराक की जरुरत हो सकती है, और इस पर कुछ चर्चाएं भी हुई हैं, किन्तु वर्तमान में ध्यान सभी वयस्कों के टीकाकरण और कार्यक्रम में बच्चों को शामिल करने की प्रक्रिया पर है। अब जायडस कैडिला वैक्सीन को स्वीकृति दी गई है। इस वक़्त बहुत विचार किया जा रहा है कि इसे (Zydus वैक्सीन) सिस्टम में कैसे पेश किया जाए।' ZyCoV-D, Zydus वैक्सीन को जल्द ही टीकाकरण कार्यक्रम के हिस्से के रूप में पेश किए जाने का अनुमान है, हालांकि बच्चों को वैक्सीन लगाने की घोषणा का भी इंतजार है। बुधवार रात तक, भारत ने 23.6 करोड़ लोगों को पूरी तरह से वैक्सीन लगा दी है, अन्य 40.9 करोड़ लोगों को वैक्सीन की एक डोज़ प्राप्त हुई है। जल्द सिर्फ तीन घंटे में पूरा होगा मुंबई और हैदराबाद का सफर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आया भारी उछाल अगले कुछ दिनों में सस्ता होगा सोना चांदी!