लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 80 संसदीय सीटों पर सात चरणों में मतदान हुआ था। इस बार जहां समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था। वहीं भाजपा ने छोटे-छोटे दलों को NDA में जोड़ा था। लोकसभा चुनाव से पहले अपना दल (एस), सुभासपा, निषाद पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने NDA ज्वाइन कर ली थीं। 2019 में इसमें सपा-बसपा-RLD एक साथ थी और कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ा था। हालांकि गठबंधन के बाद भी सपा-बसपा ज्यादा सीटें नहीं जीत पाई थी। गठबंधन ने महज 15 सीटें जीती थीं, वहीं भाजपा ने अकेले 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं अपना दल (एस) को दो और कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली थी। चुनाव में मिली शिकस्त के बाद सपा-बसपा का गठबंधन टूट गया था। लेकिन, इस बार तस्वीर कुछ अलग दिखाई दे रही है। मैनपुरी सीटे सपा उम्मीदवार डिंपल यादव 11 हजार वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं। इस सीट पर बीजेपी की ओर से जयवीर ठाकुर चुनावी मैदान में हैं। अमेठी से कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा आगे चल रहे हैं। इस सीट से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पिछड़ गई हैं। ईरानी लगभग 15000 वोटों से पीछे चल रही हैं। स्मृति ईरानी इस सीट से हार सकती हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि, क्या चुनाव हारने की स्थिति में भाजपा उन्हें राज्यसभा भेजेगी या फिर 'तुलसी' को वापस जाना होगा ? खैर ये आज शाम तक स्पष्ट हो जाएगा कि, अमेठी और देश में किसकी जीत होती है। उत्तर प्रदेश की मेरठ सीट से भाजपा उम्मीदवार अरुण गोविल पीछे चल रहे हैं। इस सीट पर सपा प्रत्याशी सुनीता वर्मा आगे चल रही हैं। नगीना सीट से भीम आर्मी के चंद्रशेखर आगे चल रहे हैं। जबकि भाजपा उम्मीदवारओम कुमार, सपा प्रत्याशी मनोज कुमार पीछे चल रहे हैं। प्रारंभिक रुझानों में गाजीपुर लोकसभा सीट से मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी आगे हैं। वहीं सहारनपुर से कांग्रेस उम्मीदवार इमरान मसूद पहले राउंड की काउंटिंग के बाद आगे हैं। कुल मिलकर अब तक के रुझानों में यूपी की 80 में से 43 सीटों पर INDIA गठबंधन आगे चल रही है। क्या तीसरी बार प्रधानमंत्री बन पाएंगे नरेंद्र मोदी ? उलटफेर का संकेत दे रहे चुनावी रुझान MP में हुए दोहरे हत्याकांड में हुआ दिल दहला देने वाला खुलासा, आरोपी ने बाप और भाई की लाश के पास 5 बार बनाए नाबालिग से संबंध तिहाड़ जेल से मतगणना पर नज़र रख रहे केजरीवाल, INDIA गठबंधन को मिल रही बढ़त !