बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय शूटआउट मामले में मरने वाले एवं चोटिल व्यक्तियों की जाति-धर्म बताने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। बीजेपी ने नीतीश से पूछा है कि क्या जब मुसलमान मरेंगे तब ही उन्हें दर्द होगा? दरअसल, मंगलवार को बेगूसराय में बछवारा, तेघरा, फुलवरिया एवं चकिया थाना इलाके में कथित मोटरसाइकिल सवार 4 बदमाशों ने शूटआउट को अंजाम दिया था। घटना में चंदन कुमार नाम के एक शख्स की मौत हो गई थी। वहीं, 9 अन्य गंभीर तौर पर घायल हो गए थे। वही इस घटना को लेकर जब अगले दिन सीएम नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया तो उन्होंने घटना वाले क्षेत्र में रहने वाले लोगों की जाति और धर्म बता दिया। उन्होंने पूरी घटना को कहीं ना कहीं षड्यंत्र करार दिया था। नीतीश ने बोला था, 'वारदात को अंजाम देने वाले ने जानबूझकर यह काम किया है। एक ओर जहां पर गड़बड़ी हुई है, वहां सब पिछड़े वर्ग के हैं तथा एक ओर जहां हंगामा हुआ है, वहां सब मुस्लिम समुदाय के हैं। हमने अफसरों से कहा है कि हर तरीके से इसका पता कीजिए।' नीतीश कुमार के मरने वाले एवं चोटिल व्यक्तियों की जाति-धर्म बताने पर बीजेपी नेता एवं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उन पर हमला बोला है। गिरिराज ने नीतीश से सवाल किया कि क्या उनको दर्द तभी होगा जब घटना में किसी मुसलमान की मौत होगी? गिरिराज ने कहा कि जंगलराज में मुसलमानों को गोली मार दी जाए तो नीतीश बाबू को दर्द होता है, सत्ता में बैठे धृतराष्ट्र को आम बिहारियों की जान की चिंता नहीं है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बुधवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा था कि बीते सप्ताह ही बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर एक पर उच्च स्तरीय बैठक हुई तथा सभी अफसरों को कानून व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं, किन्तु इसके बाद भी बेगूसराय जैसी बड़ी घटना का हो जाना सरकार तथा पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े करता है। सीएम नीतीश कुमार पर बेगूसराय घटना को लेकर इसलिए भी प्रश्न खड़े हो रहे हैं, क्योंकि घटना के तकरीबन 40 घंटे से अधिक गुजर जाने के बाद भी अब तक अपराधी पुलिस की गिरसत से बाहर हैं। बदमाशों की धरपकड़ के लिए जिला पुलिस के साथ-साथ अब STF को भी इस पूरे मामले की जांच सौंपी गई है, किन्तु अब तक उन्हें भी कोई सफलता नहीं मिली है। इसी बीच में जिला पुलिस ने चार संदिग्ध अपराधी, जो इस घटना में सम्मिलित हो सकते हैं। उनकी तस्वीर आसपास के जिलों की पुलिस के साथ साझा की है। जिससे उनकी धरपकड़ की जा सके। बेगूसराय DIG ने बदमाशों को पकड़ने के लिए 50,000 रुपए के इनाम का ऐलान भी किया है। DIG सत्यवीर सिंह ने कहा है कि संदिग्ध बदमाशों की गिरफ्तारी करने में जो कोई भी सहायता करेगा, उसे सरकार की ओर से इनाम दिया जाएगा। कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेढा के छलके आंसू, बीजेपी विधायक से हुई थी झूमाझटकी 'भगवान ने कहा, इसलिए भाजपा में आ गए..', गोवा में पाला बदलकर बोले दिगंबर कामत 'मदरसों में आतंकी मिलने और दोष सिद्ध होने पर मार दो गोली': असम सांसद बदरुद्दीन अजमल