आज के समय में बीमारी हो या कोई आपदा दोनों ही मानव जीवन पर संकट बन ही जाती है. जिसमे से एक है कोरोना वायरस यह एक ऐसी बीमारी है, जिसका अभी तक कोई तोड़ नहीं मिल पाया है. दुनिया भर के खिलाड़ी जहां कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लोगों को जागरूक करने में लगे हुए हैं वहीं मैराथन के पूर्व विश्व रिकॉर्ड धारक केन्या के विल्सन किप्सांग खुद ही सरकारी नियमों की धजिज्यां उड़ा रहे हैं. जबकि वह खुद एक पुलिस अधिकारी हैं. विल्सन को लॉकडाउन के उल्लंघन में एक रात जेल में भी गुजारनी पड़ी. पुलिस ने उन्हें रात में कर्फ्यू के दौरान शराब पीने और ग्रुप में पूल खेलने के आरोप में गिरफ्तार किया. शुक्रवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया जहां उन्हें दोषी मनाते हुए जमानत पर रिहा कर दिया गया. विल्सन ने 2013 बर्लिन मैराथन विश्व रिकॉर्ड के साथ जीती थी. लंदन ओलंपिक 2012 के कांस्य पदक विजेता विल्सन को डोपिंग के चलते मौजूदा समय में वर्ल्ड इंटीग्रेटी एंटी डोपिंग यूनिट (एआईयू) ने अस्थायी रूप से निलंबित कर रखा है. 12 और एथलीट भी हो चुके हैं गिरफ्तार: इस सप्ताह के शुरू में सरकारी निर्देशों का पालन न करने के आरोप में पुलिस ने 12 एथलीटों को भी गिरफ्तार किया था. यह सभी खतरनाक कोविड-19 महामारी के बीच सामूहिक रूप से ट्रेनिंग कर रहे थे. इसके बाद कैंप को बंद कर दिया गया. केन्याई सरकार ने सामूहिक रूप से एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा रखा है. विराट ने धोनी और इस क्रिकेटर को लेकर कही यह बात सन 2011 में इन वजहों से इंडिया जीता था दूसरा वर्ल्डकप कोरोना के चलते लोगों से जाएगी हमदर्दी, हॉकी स्टिक छोड़कर नर्स बनीं यह महिला खिलाड़ी