भगत सिंह जयंती २०१८ :राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है

राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है मैं एक ऐसा पागल हूँ जो जेल में भी आज़ाद है.

 

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