'इस्लामिक माहौल में बच्चों के साथ..', लड़की का सवाल सुन तमतमा गया भगोड़ा जाकिर नाइक,Video

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में भारत के भगोड़े इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक ने एक पश्तून लड़की के सवाल का जवाब देने के बजाय उस पर इस्लाम को बदनाम करने का आरोप लगा दिया। यह घटना उस समय हुई जब लड़की ने नाइक से सवाल किया कि उसके इलाके में जहां लोग खुद को पूरी तरह इस्लामिक मानते हैं, वहां बच्चों के साथ यौन शोषण, ड्रग एडिक्शन, और सूदखोरी जैसी समस्याएं क्यों मौजूद हैं ? लड़की का सवाल इस बात पर आधारित था कि जबकि उनकी समाज में धार्मिकता का दिखावा किया जाता है, फिर भी ऐसी बुराइयां कैसे व्याप्त हैं। इन सबके साथ मुस्लिम लड़की ने पुछा कि, आखिर मजहबी उलेमा, इन बच्चों का यौन शोषण करने वालों को क्यों नहीं समझाते ?

लड़की कहती है कि, मैं ऐसी जगह से आती हूं, जहां पश्तो भाषा बोली जाती है। मैं जहां से आती हूं, वहां पूरी तरह से इस्लामिक है। वहां महिलाएं बिना वजह घर से बाहर नहीं जातीं. हर जुमा (शुक्रवार) को तब्लीगी जमात के लोगों का बयान होता है। कुछ दिनों पहले वहां बड़ा तब्लीगी इज्तिमा भी हुआ। हमारे इलाके के लोग बहुत धार्मिक हैं, मगर क्या कारण हो सकता है कि वहां ड्रग एडिक्शन और बच्चों का यौन उत्पीड़न (Pedophilia), सूदखोरी जैसी बुराइयां फैली हुईं हैं। वहां सोसायटी क्यों बिखर रही है. बच्चों का उत्पीड़न करने वालों को उलेमा क्यों नहीं समझाते?।'

 

जाकिर नाइक ने इस गंभीर सवाल का जवाब देने की बजाए उल्टा लड़की को लताड़ते हुए कहा कि, मुसलमान कभी बच्चों के साथ यौन शोषण नहीं कर सकते, ऐसा कहीं कुरान में नहीं लिखा और लड़की के सवाल को इस्लाम पर आरोप बताकर भड़क गया। भगोड़े इस्लामी उपदेशक ने कहा कि, "आपने जो सवाल किया, वह गलत है। आप इस्लाम को बदनाम कर रही हैं। आपको माफी मांगनी चाहिए।" जाकिर नाइक ने लड़की के सवाल का जवाब देने के बजाए उस पर ही इस्लाम को बदनाम करने का आरोप लगा दिया, जिससे लड़की की जान को भी खतरा हो सकता है। दरअसल, इस्लामी देशों में कुरान, पैगंबर, या इस्लाम पर सवाल उठाना एक बड़ा गुनाह माना जाता है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां ईशनिंदा के आरोप में मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड़ ने लोगों को मार डाला है, चाहे उस व्यक्ति ने वास्तव में कोई गलत किया हो या नहीं। 

बता दें कि, दुनिया के कई इस्लामी देशों में पैडोफीलिया की घटनाएं सामने आती रही हैं। लड़की खुद पश्तून है, जो अफगानिस्तान से सटे इलाके से आती है, जहाँ 'बच्चाबाज़ी' आम है। कई इस्लामी देशों में बच्चों के साथ यौन शोषण के मामले होते हैं, जिसमें सीरिया, सऊदी अरब, पाकिस्तान, और अफगानिस्तान शामिल हैं। ये देशों में न केवल धार्मिक परंपराएं, बल्कि सामाजिक संरचनाएं भी ऐसी समस्याओं को बढ़ावा देती हैं। उदाहरण के लिए, सऊदी अरब में 2018 में एक मामला सामने आया था, जहां एक व्यक्ति को 10 साल की लड़की के साथ यौन शोषण के आरोप में सजा सुनाई गई थी।

हालांकि, यह जरूरी है कि समाज इन समस्याओं को समझे और उन्हें सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाए, बजाय इसके कि वे सिर्फ मजहबी चश्मे से देखे जाएं। जाकिर नाइक का यह व्यवहार इस्लाम के खिलाफ सवाल उठाने वालों को भयभीत करने के लिए भी है, जो कि इस्लामिक देशों की सच्चाई को दर्शाता है।

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