एंप्लाई प्रोविडेंट फंड (Employees Provident Fund), एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट टूल भी कहे जाते है, जो कर्मचारी, नियोक्ता और कुछ केसों में सरकार के योगदान से बनाया है. आसान भाषा में कहें तो पीएफ एक सोशल सिक्योरिटी प्रोग्राम है जो एंप्लाई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन यानी ईपीएफओ (EPFO) द्वारा चलाया जा रहा है. जब कर्मचारी रिटायर होते हैं तो उन्हें वित्तीय सुरक्षा के साधन के रूप में इसका इस्तेमाल करते हैं. स्पेसिफाइड ब्याज के साथ वर्षों से पीएफ खाते में जमा राशि का भुगतान कर्मचारी को उसके रिटायरमेंट पर भी किया जा रहा है. EPFO से कब निकाल सकते हैं पैसा- ईपीएफओ से पूरा पैसा निम्नलिखित शर्तों पर निकाला जा सकता है- >> रिटायरमेंट के समय (58 वर्ष की आयु पर या उसके बाद) >> अगर 2 महीने से बेरोजगार हैं. >> रिटायरमेंट की आयु से पहले कर्मचारी की मृत्यु के मामले में नॉमिनेटेड व्यक्ति द्वारा हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के मध्य EPFO ने वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रहे लोगों के लिए कई निकासी नियमों को संशोधित भी कर दिया है. नए नियमों में यह भी बोला गया है कि PF खाताधारक अपने मूल वेतन के तीन महीने के बराबर और महंगाई भत्ता या अपने PF खाते में नेट बैलेंस का 75 प्रतिशत, जो भी कम हो, के बराबर पैसा निकाल पाएंगे. लॉकडाउन या छंटनी के कारण रिटायरमेंट से पहले बेरोजगारी का सामना करने वाले व्यक्ति को PF फंड निकालने की अनुमति देने के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव भी किया जा रहा है. PF का पैसा निकालने का प्रॉसेस:- >> ईपीएफओ के मेंबर को unifiedportal-mem.epfindia.gov.in पर लॉग इन करना होगा. >> Services टैब के तहत For Employees ऑप्शन चुनें. >> नए वेबपेज पर Member UAN/Online Service (OCS/OTCP) ऑप्शन पर क्लिक करें. >> UAN, पासवर्ड और कैप्चा कोड का उपयोग कर पोर्टल पर लॉग इन करें. >> Manage टैब के तहत KYC ऑप्शन चुनें. >> आप एक नए वेबपेज पर चले जाएंगे. पेड के निचले हिस्से में Digitally Approved KYC सेक्शन खोजें और अपने केवाईसी विवरणों की जांच करें. सुनिश्चित करें कि विवरण सही हैं. >> निकासी को पूरा करने के लिए, टॉप मेनू पर जाएं और Online Service चुनें. >> ड्रॉपडाउन मेन्यू सेCLAIM (FORM-31, 19 & 10C) ऑप्शन पर क्लिक करें. मकर संक्रांति से बदलेगा इन राशियों का भाग्य, मिलेगी सफलता राम सेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की मांग पर इस दिन होगी सुनवाई 13 या 14 कब है लोहड़ी पर्व? यहाँ जानिए मुहूर्त और महत्व