हमारे देश में मान्यताओं और परंपरा के नाम पर कई अन्धविश्वास है जिनपर लोग आँख बंद करके विश्वास करते है. जिनमे से एक है बिल्ली का रास्ता काटना. बिल्ली का रास्ता काटना अपशगुन माना जाता है. जब भी हमारे देश में सामने से बिल्ली रास्ता काटकर निकल जाती है तो इसे अपशगुन माना जाता है. और लोग कुछ देर के लिए रुक जाते है. कुछ देर यानी तब तक रुकते है जब तक कोई और व्यक्ति उस रास्ते को पार करके ना निकल जाए. बिल्ली के रास्ता काटने का इतना भय है कि कभीकबार तो व्यक्ति अपना रास्ता बदलकर किसी और रास्ते पर निकल जाता है. लेकिन ये बात किसी को नहीं पता होगी कि आख़िरकार बिल्ली रास्ता काटने से होता क्या है. दरअसल हमारे धर्म में बिल्ली को एक मांसभक्षी, जंगली और अशुभ जानवर माना जाता है. बिल्ली का रास्ता काटना, बिल्ली का दिखना, उसका रोना और घर में आना-जाना सब कुछ ही अशुभ माना जाता है. बिल्ली को पालना भी अशुभ माना जाता है. जब भी उसे घर में रखते है तो कहते है कि कुछ ना कुछ बुरा तो जरूर होगा. सिर्फ हमारे देश में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी बिल्ली के रास्ते काटने को अशुभ माना जाता है. विदेशो में तो बाई से दाई और बिल्ली के रास्ता काटने को अशुभ मानते है. ऐसा कहा जाता है कि बिल्ली चुडलो की सहायक होती है. कई बार तो बिल्ली को देखना भी बुरा ही माना जाता है. अगर बिल्ली रास्ता काटले तो उससे बचने के लिए आप हनुमान जी के दर्शन कर अपने काम के लिए जा सकते है. साथ ही आप अगर सूर्य देवता को भी प्रणाम कर निकल जाएंगे तो ये आपके लिए अशुभ साबित नहीं होगा. इससे आपके सारे दोष खत्म हो जाएंगे. इसके साथ ही ये भी कहा जाता है कि बिल्ली राहु की सवारी है. तो इससे बचने के लिए आप रां राहवे नम: मंत्र बोलकर भी अपने दोष खत्म कर सकते है. दोस्तों के साथ प्रैंक करने के लिए सही है ये मकड़ी महिलाओं के मैचिंग नेकलेस का झंझट खत्म, आ गया अनोखा पेंडेंट हुदहुद...सुनामी...ओखी : कहाँ से आती है, कहाँ को जाती है?