नई दिल्ली : हाल ही में कुछ दिनों पहले सुप्रीम कोर्ट ने देश को झंकझोर कर देने वाले निर्भया गैंगरेप मामले में दोषियों की फांसी की सजा बरक़रार रखने का फैसला सुनाया था. लेकिन इसके बाद भी हवस पर आमादा वहशी दरिंदो को सबक नहीं मिला. एक बार निर्भया गैंगरेप को दिल्ली से लगे गुरुग्राम में दोहराया गया है. एक लड़की को अगवा कर चलती कार में तीन लोगो ने गैंगरेप किया फिर उसे कार से फेंक दिया. जानकारी के मुताबिक नॉर्थ ईस्ट सेक्टर-17 में रहने वाली 20 वर्षीय पीड़ित लड़की ने बताया कि बीती 13 मई को वो अपने दोस्तों के साथ क्नॉट प्लेस गई थी. रात तक़रीबन 2 बजे वापस लौटते समय जैसे ही वह अपने घर के पहुंची तभी एक कार आती है और उसे जबरन खींचकर बैठा लिया जाता है. कार में मौजूद तीन वहशी दरिंदे बारी बारी से उसके साथ दुष्कर्म करते है. वारदात को अंजाम देने के बाद लड़की को कार से फेंककर आरोपी फरार हो जाते है. गनीमत रही कि लड़की बच गई. पुलिस को इस घिनौनी वारदात की जानकारी खुद पीड़ित लड़की ने दी. तीन आरोपियों में से एक आरोपी का नाम दीपक बताया जा रहा है. फिलहाल तीनों ही आरोपी फरार है. पुलिस ने इस मामले को लेकर गंभीरता से जाँच शुरू कर दी है. गौरतलब है कि 16 दिसंबर 2012 में मेडिकल छात्र निर्भया के साथ चलती बस में पांच वहशी दरिंदो ने गैंगरेप किया. गैंगरेप के बाद पीड़िता को बस से फेंक दिया गया. हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत से लड़ते हुए निर्भया ने डैम तोड़ दिया. इस जघन्य अपराध के खिलाफ जिस तरह से देशभर में क्रांति आई थी उसे देखकर लगने लगा था कि वहशी दरिंदे ऐसा करने से पहले सौ बार सोचेंगे लेकिन हाल ही में जिस तरह से गैंगरेप के मामले सामने आ रहे है उन्हें देखकर लगता है कि अभी भी बदमाशों को कोई भय नहीं है. इंदौर की मॉडल की संदिग्ध हालत में मौत, प्रेमी पुलिस की हिरासत में फिर दिल्ली के दामन में लगा दाग, 21 महीने की मासूम के साथ दरिंदगी नयना गैंगरेप और मर्डर केस में अपराधियों को फांसी की सजा