भारत में महिलाओ के लिए बेहतर मक़ाम और हालातो में सुधार के लिए लगातार प्रयास हो रहे है. सरकार हर संभव प्रयास से महिलाओ को पुरुषो के साथ खड़ा करने की कवायद में लगी हुई है. महिला शिक्षा, आरक्षण,समानता के अधिकार पर नई-नई योजनाए बनाई जा रही है. इन सब प्रयासों से सुरते-हाल भी बदले है. आज देश की महिलाये अधिक आत्मविश्वासी, और आत्मनिर्भर हुई है. गौरतलब है कि अपने सख्त कानूनों के लिए दुनिया भर में विख्यात और कुख्यात सऊदी अरब महिलाओ पर पाबंदियों के लिए भी जाना जाता है. महिलाओ पर पुरुषो के मुकाबले कही ज्यादा पाबंदियों की वकालत करता ये देश रूढ़िवादिता के चलते आज तक महिलाओ को उनका हक़ और बेहतर मक़ाम नहीं दे पाया है. मगर अब हालात थोड़े बदल गए है. बदलते हालात में महिलाओ के लिए एक और खुश खबरि है कि अब सऊदी अरब कि महिलाये भी स्टेडियम में बैठ कर फूटबाल मैच का आनंद ले सकेगी. देश के सूचना मंत्रालय ने कहा कि, ‘‘ महिलायें जिस फुटबाल मैच को पहली बार स्टेडियम में देखेंगी वह अल-अह्ली और अल बातिन के बीच होगा. इसके बाद महिलायें 13 जनवरी और फिर 18 जनवरी को भी स्टेडियम में मैच देख सकेंगी.’’ रूढि़वादी देश के रूप में जाने जाने वाले सऊदी अरब ने हाल के दिनों में महिलाओं पर लगे प्रतिबंध में छूट दी है. इससे पहले सितंबर में सैकड़ों महिलाओं को रियाद खेल स्टेडियम में जाने की अनुमति दी गयी थी. एक गलती के कारण ये महिला बन गई करोड़पति चौथी बार भी बेटी पैदा की तो ज़िंदा जला दिया पीएम मोदी को लेकर छिड़ी बहस तो इस कपल ने तोड़ दी शादी