अमृतसर : शिरोमणि कमेटी द्वारा कर्मचारियों को निकालने का मामला बढ़ता ही जा रहा है . इसे लेकर निकाले गए कर्मचारियों ने आज अमृतसर में एकत्रित होकर शिरोमणि कमेटी प्रधान के खिलाफ प्रदर्शन किया. हालाँकि श्री हरमिंदर साहब की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए आंदोलनकारियों ने शिरोमणि कमेटी कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल और रोष प्रदर्शन न करते हुए वैधानिक कार्रवाई करने का फैसला लिया. इस बारे में न्यू फ्लावर्ज एजुकेशन सोसायटी के चेयरमैन हरपाल सिंह यू.के. ने कहा कि प्रधान सहित अन्य अधिकारियों ने कर्मचारियों के मुंह से निवाला छीनते समय शिरोमणि कमेटी की इज्जत का ख्याल नहीं किया. श्री हरमिंदर साहिब में देश-विदेश से रोजाना एक लाख से भी अधिक श्रद्धालु आते हैं और शिरोमणि कमेटी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन से बुरा असर पड़ता,इसलिए कर्मचारियों ने शिरोमणि कमेटी प्रधान सहित साथी अधिकारियों का अलग-अलग शहरों में पहुंचने पर काली झंडियों के साथ विरोध करने का निर्णय लिया है. श्री हरमिंदर साहिब की पवित्रता को देखते हुए कर्मचारियों का यह निर्णय प्रशंसनीय है. आपको बता दें कि शिरोमणि कमेटी का यह मामला बहुत तूल पकड़ चुका है .इसलिए हरपाल सिंह ने कहा कि शिरोमणि कमेटी के द्वारा किए गए गलत काम का विवरण हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा. उन्होंने फिर कहा कि शिरोमणि कमेटी के अधिकारियों ने अपनी निजी दुश्मनी निकालने के लिए बेकसूर कर्मचारियों की रोजी-रोटी छीनने की जो गलती की है, उससे सिख समुदाय में बहुत आक्रोश है. यह भी देखें इराक में मारे युवकों को भूली पंजाब सरकार सड़क दुर्घटना में नवविवाहित युवक की मौत