आखिर काम का दबाव क्या होता क्या है! ये प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वाला हर इंसान समझता है. टाइम लाइन में बंधकर काम करना, डेडलाइन के अंदर परफॉर्म करना और बेहतर से बेहतर रिजल्ट देने के प्रयास का तनाव होना... आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आपको ऑफिस में हर दिन 9 घंटे काम करना बीमार बना सकता है? ऑफिस में लगातार 9 घंटे काम करने के नुकसान निम्नलिखित हो सकते हैं:- बैठे रहने का असर:- लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठने से आपके पीठ और गर्दन में दर्द और अनुचित अवस्थाएं हो सकती हैं। यह आपके स्पाइनल कॉर्ड को भी दबाव डाल सकता है जो लम्बे समय तक बैठने से कमजोर हो जाता है। नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभाव:- ऑफिस में लंबी बैठकों के कारण आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, जैसे जुड़वां हृदय, अधिक चर्बी, उच्च रक्तचाप, मधुमेह आदि। आंखों और दिमाग को तनाव:- दिन भर कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करने से आपकी आंखों और दिमाग पर दबाव पड़ सकता है। इसके चलते आपके दिमाग की क्षमता कम हो सकती है और नींद नहीं आती है। युवा बन रहे हैं चिड़चिड़े:- युवाओं के व्यवहार में तेजी से बढ़ती नकारात्मकता की बड़ी वजह यह है कि वे मेंटली तो बहुत ज्यादा थक रहे हैं तथा फिजिकली ऐक्टिव रहने का उनके पास ना तो समय है और ना ही ऑफिस के बाद उनमें इतनी एनर्जी बचती है। ऐसे में वे आहिस्ता-आहिस्ता अपने-आपमें सिमटने लगते हैं। और वे बात-बात पर चिड़चिड़ाने लगते हैं। जो उनके तनाव को और ज्यादा बढ़ाने का काम करता है। बढ़ती है लोनलीनेस की समस्या:- एक्सपर्ट्स के अनुसार, जो लोग 8 घंटे से अधिक लंबी शिफ्ट में निरंतर काम करते हैं, उन लोगों में कुछ समय पश्चात् अकेलेपन की भावना घर करने लगती है। इसकी मुख्य वजह होती है कम्यूनिकेशन का अभाव और फैमिली तथा फ्रेंड्स के साथ समय ना बिता पाना। इस वजह से ये लोग अपनी सोसायटी से कट जाते हैं। आंखों में लाइनर लगाने वाले जरूर पढ़ लें ये खबर चहेरे के साथ हाथों की खूबसूरती पर भी दे ध्यान, अपनाएं ये उपाय घर पर इस आसान रेसिपी से बनाएं हांडी कटहल मसाला