नई दिल्ली -सिंधु को विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक से संतोष करना पड़ा. चौथी सीड सिंधु और सातवीं सीड ओकूहारा के बीच यह हाईवोल्टेज मुकाबला एक घंटे 50 मिनट तक चला जिसमें जापानी खिलाड़ी ने 21-19, 20-22, 22-20 से जीत हासिल कर विश्व चैंपियन बनने का गौरव अपने नाम कर लिया. सिंधु को रियो ओलंपिक 2016 में रजत जीतने के बाद विश्व चैंपियनशिप 2017 में भी रजत से संतोष करना पड़ गया. हार के बाद अश्रु धारा बहने लगी थी सिंधु को - भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु मैच को करीबी से हारने का दर्द नहीं झेल पाईं और अंतिम पॉइंट और मैच हारते ही वह वहीं कोर्ट पर लेट गईं,लेटे-लेटे ही पीवी सिंधु की आँखों से अश्रु धरा बहने लगी. भारत ने वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के 40 साल के इतिहास मे कभी गोल्ड नहीं जीता जिसका मलाल भारत की इस बेटी को भी है, सिंधु अपने अश्रु छह कर भी नहीं रोक पा रही थी. कोर्ट से उठने पर अपने कोच गोपीचंद तक जाते हुए उनकी आँखों से अश्रु धारा बह रही थीं. जिसकी फोटो मीडिया के कैमरों में साफ दिख रही थी. कि उनकी आंखों में आंसू थे. उसके बाद सिंधु ने तौलिए से चेहरे को पोछते हुए आंसुओ को साफ किये. ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु को जापान की नोजोमी ओकूहारा के खिलाफ सांसें रोक देने वाले बेहद उतार-चढ़ाव भरे रोमांचक मुकाबले में रविवार को तीन गेमों के संघर्ष में हार का सामना करना पड़ा. सिंधु है मैच 21-19, 20-22, 22-20 से हार गई जिससे भारत को वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के 40 साल के इतिहास में भारत की ओर से गोल्ड मेडल जीतने का सपना अधूरा रह गया. भारत के लिए टूर्नामेंट ऐतिहासिक रहा और उसने एक चैंपियनशिप में पहली बार दो पदक जीतने की उपलब्धि हासिल की. सायना नेहवाल को कांस्य पदक मिला.सिंधु वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचनेवाली साइना नेहवाल के बाद दूसरी भारतीय खिलाड़ी रहीं. 2015 में साइना ने स्पेन की कैरोलिना मारिन के हाथों फाइनल गंवाया था. तब साइना इस टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी थीं. भारत ने टेस्ट के बाद वनडे सीरीज भी जीती,श्रीलंका 0 -3 से पीछे वर्ल्ड बैडमिंटनः पीवी सिंधु गोल्ड से चुकी,जीता रजत पदक टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका 'द ग्रेट खली' का आज है 45वां जन्मदिन...