एफिल टावर से भी लंबा और टाइटैनिक से दोगुना वजनी शिप

पेरिस: टाइटैनिक से दोगुनी वजनी क्रूज शिप "हारमनी ऑफ द सीज'"अपने पहले सफर पर निकल गया है. इस दौरान उसे विदा करने 70 हजार लोग पहुंचे. रविवार को इसे फ्रांस के सेंट-नजायर शिपयार्ड से यूके के लिए भेजी गई, मंगलवार को यह साउथ इंग्लैंड के साउथ हैम्पटन शहर पहुंचेगा।

वहां से यह 22 मई को कमर्शियल टुर पर निकलेगा. दुनिया का सबसे बड़ा शिप यूएस बेस्ड रॉयल कैरेबियन क्रूजेस लिमिटेड (आरसीसीएल) के लिए बनाया गया है. यह देखने में एक शहर जैसा लगता है. 16 मंजिल वाले इस शिप में सुपर लग्जरी फैसिलिटी अवेलेबल है।

एक बार में यह 8,500 लोगों को लेकर चल सकता है, जिसमें 6360 पैसेंजर्स और 2,100 क्रू मेंबर्स शामिल हैं. यह 22 नॉट यानी 40 किमी/घंटे की स्पीड से समंदर में तैर सकता है. आरसीसीएल के हेड रिचर्ड फैन ने बताया कि यह न केवल दुनिया का सबसे बड़ा शिप है बल्कि यह दुनिया का सबसे महंगा शिप भी है|

इसके निर्माण में 1.5 बिलियन डॉलर का खर्च आया है. इसमें क्लाविंग वॉल, रोप स्लाइड, कसिनो व 1400 की क्षमता वाला थिएटर भी है. इसके अलावा इसमें एक पार्क है, जिसमें 1200 प्लांट है. शिप में दो रोबोट भी है, जो ड्रिंक सर्व करने के लिए है।

इसका वजन 1.2 लाख टन है और लंबाई 361 मीटर है यानि यह एफिल टावर से भी 37 मीटर लंबा है। इसके निर्माण में कुल 1 करोड़ घंटे लगे है, जिसे 2500 वर्कर्स ने मिलकर बनाया है. इसे बनाने में करीब 40 माह का समय लगा है।

यह अपने सामान दो सबसे बड़े शिप से 20 फीसदी कम कार्बन डाइ ऑक्साइड प्रोड्यूस करता है|

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