नई दिल्लीः विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रजत मेडल हासिल करने वाले अमित पंघाल अब किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। पंघाल ने यह मेडल हासिल कर इतिहास रच दिया था। क्योंकि ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय बन गए हैं। चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में उज्बेकिस्तान के शाखोबिदिन जोइरोव ने उन्हें 5-0 से शिकस्त दिया। अब फाइनल फाइट को लेकर पंघाल ने बताया है कि मैंने बाद के राउंड में अच्छी वापसी करते हुए अंक हासिल कर लिए थे, मगर पहले राउंड में कमजोर प्रदर्शन का प्रभाव मेरे बाद के प्रदर्शन पर भारी पड़ गया। इस स्टार बॉक्सर ने कहा कि उन्हें अपनी उपलब्धि पर गर्व है, मगर अगर मैं गोल्ड मेडल जीतता तो खुशी कुछ और ही होती. मैंने फाइनल के बाद रातभर वो फाइट देखी. कोच भी स्कोरिंग का तरीका नहीं समझ पाए. ये एक करीबी मुकाबला था, जिसमें स्कोरलाइन 3-2 भी हो सकती थी. मगर 5-0 का स्कोर बिल्कुल भी सही नहीं है। 3-2 का नतीजा मेरे पक्ष में होना चाहिए था क्योंकि मैंने दूसरे और तीसरे राउंड में अच्छा अटैक किया था. पहले राउंड मैंने इसलिए गंवा दिया क्योंकि मैं पहले अपने विपक्षी के लड़ने के तरीके को देखता हूं। उन्होंने कहा कि उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी को विजेता घोषित करने के पीछे जरूर कोई दबाव रहा होगा। पंघाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह हारे नहीं हैं बल्कि उन्हें हरवा दिया गया है। जूनियर फुटबाल: भारत ने एएफसी अंडर-16 चैम्पियनशिप के लिए किया क्वालीफाई वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचे दीपक पुनिया, विनेश फोगाट ने भी लगाई बड़ी छलांग अर्जुन की तरह एकाग्रता दिखाकर इस भारतीय निशानेबाज ने जीता था पहला ओलंपिक गोल्ड