अहमदाबाद: टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन बीच के ओवरों में लगातार विकेट गिरने के कारण दबाव बढ़ गया और पूरी टीम 240 रन बनाकर ढेर हो गई। केएल राहुल ने धैर्यपूर्ण पारी खेलते हुए 107 गेंदों पर 66 रन बनाए, जबकि विराट कोहली ने 63 गेंदों पर 54 रनों का योगदान दिया और टीम को चुनौतीपूर्ण पिच पर संभालने में मदद की। कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी आक्रामक शैली का प्रदर्शन करते हुए 31 गेंदों में 4 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 47 रन ठोंके। वहीं, सूर्यकुमार यादव ने 28 गेंदों पर 18 रनों का योगदान दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टार्क ने 3 विकेट लिए, जबकि पैट कमिंस और जोश हेज़लवुड ने 2-2 विकेट लिए। 241 रनों के लक्ष्य का बचाव अब भारतीय गेंदबाजों पर है। पूरे टूर्नामेंट के दौरान मोहम्मद शमी, बुमराह और सिराज समेत भारतीय तेज गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। बीच के ओवरों में विपक्षी बल्लेबाजों को जमने से रोकने में रवींद्र जड़ेजा और कुलदीप यादव भी प्रभावी रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की सफलता तय करने की जिम्मेदारी अब गेंदबाजों और क्षेत्ररक्षकों पर है। बता दें कि भारतीय टीम लगातार 10 मैच जीतकर फाइनल में पहुंची है, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 8 जीत के साथ यहाँ स्थान बनाया है। भारत ने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को मात दी है, जबकि ऑस्ट्रेलिया दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विजयी रहकर यहाँ पहुंचा था। भारत का लक्ष्य तीसरी बार विश्व कप खिताब जीतना है, इससे पहले उसने 1983 और 2011 में खिताब जीता था। वहीं, कंगारू टीम ऑस्ट्रेलिया ने 5 वनडे विश्व कप खिताब अपने नाम किए हैं। विश्व कप फाइनल: 'फ्री फिलिस्तीन' की टी शर्ट पहनकर बीच मैदान में पहुंचा फैन, कुछ देर के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया का मैच रुका वर्ल्ड कप फाइनल पर गूगल ने बनाया डूडल फ्लैशबैक 2003: आज ऑस्ट्रेलिया से वर्ल्ड कप फाइनल में मिली हार का बदला लेने उतरेगा भारत