प्रतिवर्ष 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है. 22 अप्रैल 1970 को पहली बार दुनिया में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया था प्रतिवर्ष 22 अप्रैल को मनाए जाने वाले पृथ्वी दिवस की शुरुआत एक अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने की थी. 1969 में सांता बारबरा, कैलिफोर्निया में तेल रिसाव की भारी बर्बादी को देखने के बाद उन्होंने इसकी शुरूआत की थी. म.प्र में अघोषित बिजली कटौती को लेकर बिजली कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई, कई सस्पेंड इन दिन हुआ था प्रारंभ जानकारी के अनुसार 1970 से 1990 तक यह पूरे विश्व में फैल गया और 1990 से इसे अंतरराष्ट्रीय दिवस के रुप में मनाया जाने लगा. यह एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे प्रतिवर्ष अरबों लोग मनाते हैं और यह शायद उन कार्यक्रमों में से एक है जिसे सर्वाधिक तौर पर मनाया जाता है. अब इसे 192 से अधिक देशों में प्रति वर्ष मनाया जाता है. यह तारीख उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत और दक्षिणी गोलार्द्ध में शरद का मौसम है. नासिक स्थित तेल उत्पादन इकाई में लगी भीषण आग, भारी नुकसान इस कारण मनाया जाता है साल 1990 में 22 अप्रैल के दिन पूरी दुनिया में पुनः चक्रीकरण के प्रयासों की सराहना की गई तथा रियो डी जेनेरियो में 1992 के यूएन पृथ्वी सम्मलेन के लिए मार्ग प्रशस्त किया. पृथ्वी दिवस के नेटवर्क के माध्यम से कार्यकर्ता राष्ट्रीय, स्थानीय और वैश्विक नीतियों में हुए बदलावों को आपस में जोड़ सकते हैं. इस साल यानी 2018 पृथ्वी दिवस का थीम है प्लास्टिक प्रदूषण की समाप्ति. पृथ्वी दिवस नेटवर्क के मुताबिक, पृथ्वी दिवस 2018 मूल रूप से प्लास्टिक को लेकर मानवीय रवैया और व्यवहार को बदलने के लिए आवश्यक जानकारी और प्रेरणा प्रदान करने के लिए समर्पित है. मुजफ्फरनगर में कच्ची शराब पीने से दो युवकों की मौत, एक घायल स्मार्ट TV पर मिल रहा बम्पर डिस्काउंट, यहाँ लगी है सेल शिमला के पास गहरी खाई में गिरी जीप, हादसे में दो लोगों की घटनास्थल पर मौत