प्रकृति अगर जीवित और सुरक्षित है तो इस दुनिया में हम सभी भी सुरक्षित है लेकिन यदि इसके साथ आपने किसी भी तरह की छेड़छाड़ कर दी तो आने वाला समय कितना भयानक और मुसीबत भरा होगा इसका अंदाज़ा आप और हम भी नहीं लगा सकते है. जी हाँ... प्रकृति की रक्षा करने के लिए हम सभी 5 जून को 'विश्व पर्यावरण दिवस' मनाते है. केवल एक दिन के लिए सभी के मन में प्रकृति को सुरक्षित रखने के लिए भावना प्रकट हो जाती है. बस फिर क्या दिखावे और फोटो खिचवाने के लिए सभी लोग एक पेड़ लगाने पहुंच जाते है. लेकिन क्या ये सही है? आप खुद एक बार गहराई से सोचिएगा कि एक दिन पेड़ लगाकर आप सालभर अपनी प्रकृति को सुरक्षित रख सकते है. प्रकृति जितनी सुन्दर और शांत असल में दिखती है उतनी है नहीं. यदि उसके साथ ज्यादा छेड़छाड़ की गई तो वो कभी भी अपना विकराल रूप धारण कर सकती है और उसका ये रूप किसी को भी नहीं बख्शेगा. इस समय विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की दुनियाभर में बड़ी ही जोरों-शोरों से तैयारियां चल रही है. लेकिन अगर ऐसी ही तैयारी हर इंसान साल के पुरे 365 दिन करे तो हमारा पर्यावरण कितना सुरक्षित हो जाए. आज के समय में पूरा पर्यावरण दूषित है लेकिन अगर आप और हम मिलकर एक पहल खुद से शुरू करे तो आने वाले समय में पर्यावरण प्रदुषण मुक्त हो जाए. क्या सिर्फ एक दिन 'पर्यावरण दिवस' मनाने से प्रकृति हो सकती हैं सुरक्षित? पर्यावरण से सामंजस्य मानव के लिए जरुरी है World Environment Day: प्रदूषित पर्यावरण से हो रहा है ये असर