विश्व पर्यावरण दिवस हर दिन मनाया जाना चाहिए क्योंकि अगर हम इसे केवल एक ही दिन मनाएंगे तो एक दिन धरती भी हमें रहने के लिए कम पड़ जाएगी. जी हाँ, अगर हम इसे हर दिन मनाते हैं तो यह हमारे लिए लाभदायक हैं. हर दिन प्राकृतिक संसाधनों का सोच-समझकर उपयोग करेंगे तो धरती भी सुरक्षित रहेगी और दुनिया का हर इंसान, पशु-पक्षी खुश रहेगा. पर्यावरण को अच्छा बनाए रखने के लिए प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन करना होगा और साथ ही उनका संभलकर उपयोग भी करना होगा अगर हमने लापरवाही की तो हम सभी जिंदगी से हाथ धो बैठेंगे. आज के समय में अगर आप विश्व पर्यावरण दिवस मानना चाहते हैं तो आपको प्रकृतिक साधनो का उपयोग सही ढंग से करना होगा साथ ही उनका सही ढंग से संरक्षण भी करना होगा जिससे की हम भी जीवित रहे और पृथ्वी भी सुरक्षित रहे. अगर हम प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग सही तरह से नहीं करते हैं तो आगे भविष्य की स्थिति कुछ ऐसी होगी. वैश्विक स्तर पर पानी की मांग आपूर्ति के मुकाबले 40 फीसदी तक बढ़ जाएगी. दुनिया में कृषि भूमि में वृद्धि होगी. ऊर्जा दक्षता होने के बाद भी भविष्य में ओईसीडी देशों में ऊर्जा का 35 प्रतिशत तक बढ़ जाने वाली है. लोग खाना फेंकते हैं और कई लोग जरूरत से ज्यादा खाते है इसकी वजह से भी पर्यावरण को नुकसान होगा. खनिजों का दोहन हो रहा है जो भविष्य में होंगे ही नहीं. हम कुछ भी कर रहे है तो भविष्य नहीं देख रहे और ना ही पर्यावरण लेकिन एक बार जरा इस बारे में सोचिए हो सकता है हमे विश्व पर्यावरण दिवस का सही अध्याय मालुम पड़ जाए. विश्व पर्यावरण दिवस: इन कारणों से दूषित हो रहा है पानी विशेष: कैसे बना रहे पर्यावरण का आवरण ? विश्व पर्यावरण दिवस: पर्यावरण के लिए वृक्षारोपण क्यों है जरुरी