उज्जैन : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में विश्व पर्यावरण दिवस आगामी 5 से 15 जून तक पेड़ लगाओ यात्राएं निकाली जायेंगी। इस सम्बन्ध में आगामी 31 मई को भोपाल में होने वाली कार्यशाला में सभी जिलों के कलेक्टर अपने-अपने जिले में होने वाले वृक्षारोपण के नक्शा के साथ आयेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पौधे लगाने के लिए गड्ढ़े खोदने का काम और पौधों की उपलब्धता पहले से सुनिश्चित की जाये। पेड़ लगाने के लिये जन-जागरण करने के लिये सभी जिलों में पेड़ लगाओं यात्राएँ निकाली जायेंगी। इनमें आमजन पेड़ लगाने के लिये संकल्प पत्र भरेंगे। पेड़ लगाने के बाद पेड़ों की रक्षा के पौधरक्षक नियुक्त किये जायेंगे और आवश्यक सुविधाएँ दी जायेंगी। उन्होंने कहा कि आगामी 01 जुलाई को ‘सेटेलाईट इमेजिंग’ से देखा जायेगा कि नदी के तटों पर वृक्षारोपण की क्या तैयारियाँ हैं। आगामी दो जुलाई को वृक्षारोपण किया जायेगा तथा फिर 03 जुलाई को ‘सेटेलाईट इमेजिंग’ से देखा जायेगा कि कितने पेड़ लगे। एक साल बाद फिर से पूरे क्षेत्र की सेटेलाईट इमेजिंग की जायेगी। वृक्षों का अधिक से अधिक सरवाईवल रेट रखने की कोशिश की जायेगी। उन्होंने कहा कि पौधे की आपूर्ति की बेहतर योजना बनाई जाये। इस अभियान में 02 जुलाई को आमजनों, विद्यार्थियों, विभिन्न संगठनों के साथ शासकीय अधिकारी-कर्मचारी भी वृक्षारोपण करें। प्रदेश के प्रत्येक ग्राम में 200 पौधे प्रदेश के प्रत्येक ग्राम में कम से कम 400 वृक्ष लगाने की योजना बनाई गई है। प्रत्येक 200 पौधों पर एक पौधरक्षक नियुक्त किया जायेगा, जो पौधों की देखभाल और सुरक्षा करेगा। पौधरक्षकों को वन विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा। वन विभाग पौधों की आपूर्ति करेगा। किस संभाग में किस तरह के पौधों की आवश्यकता है इसका ध्यान रखा जायेगा। उद्यानिकी विभाग द्वारा किसानों के खेतों में 40 लाख पौधे लगाये जायेंगे। कृषि विभाग द्वारा किसानों के खेतों की मेढ़ों पर एक करोड़ पौधे लगाये जायेंगे। स्थाई रूप से पूछताछ केन्द्र खोलने पर विचार