आज देशभर में विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस मनाया जा रहा है। वर्तमान स्थिति में यह दिन बेहद अहम है क्योंकि विश्व के ज्यादातर भागों में चल रहे कोरोना संक्रमण महामारी के हालात से उबरना जारी है। ऐसे वक़्त में पर्यावरणीय स्वास्थ्य कार्यबल कि अहमियत को पहले से कहीं ज्यादा उजागर किया गया है। इस दिन का आरम्भ इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एनवायर्नमेंटल हेल्थ काउंसिल द्वारा 2011 में इसी दिन इंडोनेशिया में एक मीटिंग के चलते किया गया था। वही विषय के बारे में बोलते हुए, IFEH के अध्यक्ष सुज़ाना पैक्सो ने बताया, “यह जरुरी है कि विश्व यह समझे कि पर्यावरण, स्वास्थ्य तथा अर्थव्यवस्था के बीच एक अभिन्न रिश्ता है। इसलिए पर्यावरणीय स्वास्थ्य कार्यबल के समर्थन तथा अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण स्वास्थ्य संघ कि मदद से सभी समुदायों के लगभग स्वस्थ और हरित वसूली में निवेश करना अहम है। इसलिए हम इस विषय को चुनते हैं।” वही पर्यावरणीय स्वास्थ्य सार्वजनिक सेहत के अंतर्गत आता है क्योंकि यह व्यक्तियों और पर्यावरण के बीच स्वास्थ्य अंतर्संबंधों से संबंधित है। पर्यावरणीय सेहत में सुधार के लिए देशों को पानी की बीमारी, जहरीले रासायनिक जोखिम, रोग के रोकथाम समेत अन्य चीजों को कम करने की दिशा में काम करना होगा। इस दिन को इसलिए चिह्नित किया जाता है जिससे विश्व भर के व्यक्तियों को पर्यावरणीय स्वास्थ्य के महत्व तथा लाभों के बारे में याद दिलाया जा सके। 2020 में दिन का विषय पर्यावरणीय स्वास्थ्य साक्षरता से जुड़ा था तथा दिन का प्राथमिक फोकस बच्चों के स्वास्थ्य तथा सुरक्षा पर काम करना था। इंस्टाग्राम पर मिले लड़के ने लड़की को बुलाया लखनऊ और कर डाला ये गंदा काम इंडस्ट्री में जया बच्चन के 50 साल हुए पूरे, अभिषेक बच्चन ने शेयर की खास पोस्ट हैदराबाद: ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्वी के 700 करोड़ रुपये के शेयर किए कुर्क