वाशिंगटन: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने बुधवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एजेंसी को फंडिंग रोकने के फैसले पर खेद जाहिर करते हुए नए कोरोनो वायरस महामारी से लड़ने के लिए वैश्विक एकता की अपील की. वहीं, WHO को फंडिंग रोकने के अमेरिका के फैसले की दुनिया भर के कई शीर्ष नेताओं ने निंदा की है. क्योंकि कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में 20 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं ऐसे में WHO की भूमिका और बढ़ जाती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने एक प्रेस वार्ता में कहा है कि "संयुक्त राज्य अमेरिका WHO का एक लंबे समय से स्थायी और उदार दोस्त रहा है और हमें उम्मीद है कि यह आगे भी ऐसा ही बना रहेगा. WHO को फंडिंग देने पर रोक लगाने के संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के फैसले पर हमें खेद है." उन्होंने कहा कि जैसे कि हर घटना के बाद स्थितियों और प्रदर्शन का आंकलन किया जाता है वैसे ही इस संकट के दौरान किए गए परफॉरमेंस का मूल्यांकन भी बाद में किया जाएगा. उन्होंने कहा कि, "निश्चित रूप से WHO के इस महामारी से निपटने में प्रदर्शन की समीक्षा डब्ल्यूएचओ के सदस्य राज्यों के अलावा एजेंसी की पारदर्शिता और जवाबदेही तय करने के लिए स्वतंत्र निकायों द्वारा भी की जाएगी." कोरोना पर भारत को मिला WHO का साथ, अब युद्धस्तर पर होगा काम कोरोना पर बोला संयुक्त राष्ट्र, कहा - अब केवल वैक्सीन ही पूरी दुनिया को... कोरोना के कारण टली पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद के खिलाफ सुनवाई