नई दिल्ली: रोहिंग्या मुस्लिमों के मामलो को लेकर म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की पर विश्व नेताओं का दबाव बढ़ता जा रहा है. इतना ही नहीं संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान कई नेताओं ने म्यामांर में रोहिंग्या समुदाय के खिलाफ सैन्य अभियान को 'नस्ली संहार' करार दिया है. आपको बता दे कि आंग सान सू की ने इस मामले को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से धैर्य रखने की अपील की थी. लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित करते हुए कई विश्व नेताओं ने रोहिंग्या मामले को उठाया. इस मसले पर फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा कि, 'सैन्य अभियान रुकना चाहिए. मानवीय मदद की गारंटी मिलनी चाहिए और कानून का राज बहाल होना चाहिए. हमें जो जानकारी है उसके मुताबिक यह नस्ली संहार है.' लेकिन इन सबके बीच अमेरिका म्यांमार की असैन्य सरकार को जिम्मेदार ठहराने के संदर्भ में चुप रहा. विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने सू की से बातचीत, इस विषय पर टिलरसन के प्रवक्ता ने मीडिया से कहा कि, विदेश मंत्री ने मानवाधिकारों के हनन को लेकर कार्रवाई करने के आंग सान सू की के संकल्प का स्वागत किया. साथ ही सरकार एवं सेना से कहा कि वे उत्पीड़न को रोकें. हे राम..!! जहां Ramanand ने बहाई संस्कारों की गंगा, तो वहीँ परपोती फैला रही नग्नता व फूहड़ता Video : अगर इंटरनेट हो जाये फ्री, तो आप क्या सर्च करेंगे सबसे ज्यादा ? इलाहाबाद हाई कोर्ट में, 19 नए जज नियुक्त