भारत सहित पूरी दुनिया में संचार को सुगम बनाने के लिए पत्र लेखन ही एक ऐसा माध्यम है जो लोगों के लिए सरल लगता है और वे इसे आसानी से उपयोग भी करते हैं। वर्तमान समय में संचार की दुनिया में इतने बदलाव आ गए हैं कि लोगों को अब अपनी बात कहने में सेकेंडभर का समय लगता है और बात आसानी से हो जाती है पूरी दुनिया में उत्साह के साथ मनाया जाने वाला पोस्ट डे आज भी अपनी विरासत बनाए हुुए है। कनाडा : सबसे बड़ी आयल रिफाइनरी में विस्फोट, दर्जनों कर्मचारी घायल विश्व पोस्ट डे 9 अक्टूबर को मनाया जाता है यह सबसे पहले 1874 में स्विट्जरलैंड में मनाया गया था इसके साथ ही जब दुनिया में वैश्विक संचार क्रांति की शुरुआत हुई तब ये पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा और फिर विश्व डाक दिवस 1969 में शुरू हुआ, दुनिया भर के देश डाक सेवा के महत्व को उजागर करने के लिए समारोहों में भाग लेते हैं। कुछ देशों में पोस्ट ऑफिस विशेष स्टाम्प संग्रह प्रदर्शनी आयोजित करते हैं और इसके अलावा कई स्थानों पर प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया जाता है। पाकिस्तान का 'गौरी मिसाइल' परीक्षण, 1300 किमी तक परमाणु विस्फोट ले जाने में सक्षम डाकसेवा कई शताब्दियों से चली आ रही है और इसका उपयोग भी लोगों द्वारा किया जाता है हालांकि आज के इस नवीन युग में डाकसेवा को लोग ज्यादा महत्व नहीं दे रहे हैं लेकिन डाक विभाग द्वारा लोगों की सुविधा के लिए आज भी कई नई योजनाएं निकाली जा रही हैं। जिसका लाभ जनता प्राप्त कर रही है, डाकसेवा का प्रयोग शुरू में कम ही होता था लेकिन फिर धीरे-धीरे देश सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस सेवा का आदान-प्रदान होना लगा। हैती भूकंप : मृतकों की संख्या 15 हुई, सैकड़ों घायल चीन के पाकिस्तान के साथ संबंध गहरे, भारत को खतरा विश्व रैंकिग में लगातार पिछड़ता भारत पहुंचा 147वें स्थान पर