नई दिल्ली : देश की लगभग एक अरब जनसँख्या ऐसे क्षेत्र में निवास करती है जहां पानी का अभाव है और इस जनसँख्या में 60 लाख लोग उन क्षेत्रों में रहते हैं जहां पानी का भारी संकट है. यह बात एक रिपोर्ट में बताई गई है. लाभ-निरपेक्ष संगठन वाटरऐड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की चार अरब की जनसँख्या पानी के अभाव वाले क्षेत्र में निवास करती है, जहां साल के कुछ दिनों ही पानी की मांग उसकी आपूर्ति के मुकाबले अधिक रहती है. विपक्ष बार-बार कर रहा सेना का अपमान, ये नहीं सहेगा हिंदुस्तान - पीएम मोदी रिपोर्ट 'बिनीथ द सरफेस' की मानें तो 2050 तक यह जनसँख्या बढ़कर पांच अरब हो सकती है. अंतरराष्ट्रीय जल दिवस 22 मार्च को लक्ष्य करके 'स्टेट ऑफ द वर्ल्ड वाटर 2019' रिपोर्ट प्रकाशित की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, जल के स्रोतों की बढ़ती मांग और जलवायु व आबादी में हो रहे बदलाव को लेकर पानी का संकट गहराता जा रहा है. लोकसभा चुनाव: काशी से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी, दूसरी सीट पर संशय बरक़रार बताया जा रहा है कि 2040 तक विश्व के 33 देशों में जल संकट काफी उच्च स्तर तक पहुँच सकता है. इनमें मध्य-पूर्व के 15 देश, अधिकतर उत्तरी अफ्रीकी देश, पाकिस्तान, तुर्की, अफगानिस्तान और स्पेन का नाम शामिल हैं. इसके अलावा, भारत, चीन दक्षिणी अफ्रीका, अमेरिका और आस्ट्रेलिया पानी के भयावह संकट का सामना करने वाले देशों में शुमार हैं. खबरें और भी:- राहुल गांधी के नज़दीकी सैम पित्रोदा ने माँगा एयर स्ट्राइक का सबूत, दिया विवादित बयान पाकिस्तान में भी दिखी होली की मस्ती, जमकर उड़ा अबीर और गुलाल कर्नाटक: कांग्रेस नेता के विवादित बोल, कहा मैं पुरुषों के साथ नहीं सोता....