नई दिल्लीः कजाकिस्तान के नूर सुल्तान में हुई विश्व रेसलिंग चैंपियनशिप में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। भारत ने इस साल विश्व चैंपियनशिप में एक सिल्वर और चार ब्रॉन्ज मेडल समेत कुल पांच मेडल प्राप्त किए। अखाड़ों में ट्रेन होकर निकले भारतीय रेसलर्स ने दुनिया के मैट पर ऐसे दांव लगाए कि सब उनके मुरीद हो गए। इस टूर्नामेंट में यह अब तक का भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत के लिए दीपक पूनिया (86 किग्रा) ने सिल्वर, रवि कुमार दाहिया (57 किग्रा), राहुल अवारे (61 किग्रा), बजरंग पूनिया (65 किग्रा) और विनेश फोगाट ने (53 किग्रा) ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. राहुल अवारे को छोड़कर बाकी सभी ने ओलिंपिक कोटा भी प्राप्त किया। राहुल अवारे को छोड़कर बाकी सभी ने ओलिंपिक कोटा भी हासिल किया। टूर्नामेंट से पहले भारत की मेडल की सबसे ज्यादा उम्मीदें बजरंग पूनिया औऱ विनेश फोगाट से थी जिन्होंने कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में देश को गोल़्ड मेडल दिलाया था। टूर्नामेंट का अंत होते-होते भारत को ऐसे रेसलर मिले जिनसे भारतीय फैंस अब ओलिंपिक में मेडल की उम्मीद करेंगे. इन रेसलर्स में सबसे बड़ा नाम नाम बनकर उभरे हैं जूनियर वर्ल्ड चैंपियन दीपक पूनिया. दीपक पहली बार सीनियर टूर्नामेंट में उतरे, और पहली बार में ही ऐतिहासिक सिल्वर मेडल हासिल कर लिया. मेडल के साथ-साथ उन्होंने देश के लिए ओलिंपिक कोटा भी हासिल किया। भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी ताकत, तकनीक, रणनीति और जोश से न सिर्फ दिग्गजों को मात दी बल्कि विरोधियों, उनके कोच और मैच देखने आए दर्शकों को भी प्रभावित किया। यूएफा चैंपियंस लीग : लिवरपूल की तरफ से मोहम्मद सलाह ने किया जबरदस्त प्रदर्शन, जानिए मैच रिजल्ट कश्मीर की महिला पहलवान बोलीं, ...'बेटी बढ़ाओ और पहलवान बनाओ' भारत का नाम रौशन करने वाले इस टेनिस खिलाड़ी ने लगाया सरकार पर उपेक्षा का आरोप