नोएडा: देश की राजधानी दिल्ली से बेहद करीब यूपी के ग्रेटर नोएडा में बनने वाले विश्व के पांचवें सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर हो सकता है। यहां बता दें कि इसकी तैयारी भी शुरू हो गई हैं साथ ही क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा व प्रदेश सरकार इस एयरपोर्ट का शिलान्यास 25 दिसंबर को प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों कराने के प्रयास में जुट गई है। अप्रैल से प्रदूषण प्रमाण-पत्र के बिना थर्ड पार्टी इंश्योरेंस नहीं यहां बता दें कि एयरपोर्ट निर्माण में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए राज्य सरकार के अलावा केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा भी लग गए हैं। जमीन देने के लिए किसानों को मनाने में पूरी ताकत झोंक दी गई है। वहीं बुधवार को जेवर में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर महेश शर्मा व जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र ने एयरपोर्ट से होने वाले विकास को घर-घर पहुंचाने का निर्देश दिया। योजना है कि 25 दिसंबर को शिलान्यास के साथ ही एयरपोर्ट का नाम अटलजी के नाम करने की घोषणा प्रधानमंत्री से करा दी जाए। नवंबर महीने में 4 रुपए सस्ता हुआ है पेट्रोल, डीज़ल में आई 3 रुपए की गिरावट गौरतलब है कि इस एयरपोर्ट के बनने से इंदिरा गांधी एयरपोर्ट क्षेत्रफल के लिहाज से जेवर से काफी पीछे रह जाएगा। आईजीआई का क्षेत्रफल 2066 हेक्टेयर है, नवी मुंबई में बनने जा रहे एयरपोर्ट का क्षेत्रफल भी 2320 हेक्टेयर है, जबकि जेवर में प्रस्तावित एयरपोर्ट पांच हजार हेक्टेयर में बनेगा। जेवर में प्रस्तावित एयरपोर्ट की क्षमता भी दिल्ली से दोगुनी होगी। वहीं बता दें कि अभी एयरपोर्ट की क्षमता प्रतिवर्ष 3.5 करोड़ यात्रियों की होगी। यहां एयर कार्गो हब भी बनाया जाएगा, इस एयरपोर्ट से माल ढुलाई पर खासतौर पर जोर होगा। खबरें और भी उज्ज्वला योजना में हो रहा फर्जीवाड़ा 'टूटे से फिर ना जुटे, जुटे गांठ परि जाय', आखिर क्या हैं तेजप्रताप के इस ट्वीट के मायने ? यौन उत्पीड़न के मामलों के बाद देश भर के 539 बाल आश्रय गृहों पर ताला लगा