कहते हैं कि शिव शंकर का मुख्य दिन सोमवार होता है और सोम का अर्थ है चंद्रमा जो शिव के जटा पर विराजित रहता है और कहा जाता है कि शिव से बड़ा इस जगत में कुछ नही है. ऐसे में शिव ही सही मायने में जगतेश्वर है और वह ही है जिनसे बड़ा कोई न है न होगा. ऐसे में कहा जाता है नारी रूप है शक्ति जो इन्ही का रूप है और इनका रूप अर्धनारेश्वर भी है उसमे यह आधे पुरुष और आधे स्त्री है. ऐसे में शिव कृपा से ही सांसारिक, मानसिक पीड़ा समाप्त हो पाती है और मनुष्य अपने जीवन काल में परब्रहम को प्राप्त कर पाता है . अब आज हम बताने जा रहे हैं कि सोमवार को किन मन्त्रों के जाप से आप भगवान शिव को खुश कर सकते हैं. आइए बताते हैं. सबसे पहले आपको यह बता दें कि सोमवार के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करके और उसी दिन सोमवार का व्रत का संकल्प ले कर शिवालय में जाकर सबसे पहले शुद्ध जल से शिवलिंग का अभिषेक करे और इस मंत्र का जाप करे :ऊँ महाशिवाय सोमाय नम:. इसके बाद सोमवार को शिवलिंग की पूजा अर्चना के बाद कुश के आसन पर विराजमान होकर रुद्राक्ष माला से इन चमत्कारी मंत्रों का जप करें जिससे कि विलक्षण सिद्धि हो और साथ ही मनचाहे लाभ मिले. आपको बता दें कि यह मंत्र 11 , 21 , 101 ,1001 बार बोल सकते हैं आप. ॐ अघोराय नम: ॐ शर्वाय नम: ॐ विरूपाक्षाय नम: ॐ विश्वरूपिणे नम: ॐ त्र्यम्बकाय नम: ॐ कपर्दिने नम: ॐ भैरवाय नम: ॐ शूलपाणये नम: ॐ ईशानाय नम: ॐ महेश्वराय नम: इसी के साथ आपको यह भी बता दें कि प्रतिदिन रुद्राक्ष की माला से इन मंत्रों का जप करने से लाभ होता है ध्यान रहे यह जब पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही करें. बादाम के इन अचूक उपायों के बारे में आप नहीं जानते होंगे सोमवार के दिन की शुरुआत करें इस आरती से, होगा महलाभ