जबलपुर : जो लोग अपने जीवन में समझौता नहीं करते वे प्रायः अलग -थलग पड़ जाते हैं. राजनीति में ऐसे दृश्य अक्सर देखने को मिलते हैं. ऐसे लोगों में भारत के पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा को शामिल किया जा सकता है. यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर बागी तेवर दिखाते हुए दावा किया कि आज की भाजपा वह भाजपा नहीं है, जो अटलजी और आडवाणी जी के समय हुआ करती थी. बता दें कि इन दोनों नेताओं के काम करने के तरीके और शैली की तारीफ़ करते हुए सिन्हा ने कहा कि एक साधारण कार्यकर्ता भी जबलपुर से जाकर भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष आडवाणी से पहले से समय लिए बिना मिल सकता था. लेकिन आज वह व्यवस्था बदल गई है. इस मौके पर सिन्हा ने अपनी आप बीती बताते हुए कहा कि मैंने 13 माह पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने के लिए समय मांगा था. वह समय हमें आज तक नहीं मिला है. मैंने तय किया है कि अब मैं सरकार में बैठे किसी भी व्यक्ति से बात नहीं करूंगा. बात होगी तो सार्वजनिक तौर पर होगी. बंद कमरे में नहीं होगी. उल्लेखनीय है कि यशवंत सिन्हा ने आरोप लगाया कि विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने जिन मुद्दों का विरोध किया था, सरकार में आने के बाद उन मुद्दों को मंजूर कर रही है. मध्य प्रदेश में भी किसानों के हालात ठीक नहीं हैं. मध्यप्रदेश में लागू भावांतर योजना एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फसल बीमा योजना को सिन्हा ने झुनझुने का दर्जा दिया. यह भी देखें बंगाल में बीजेपी का अल्प संख्यक सम्मेलन आज चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर चुनाव में भाजपा की जीत