अगले साल होने वाले चुनावों को लेकर चिंतित एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान की मुसीबतें लगातार बढ़ती ही जा रही है .जून में हुए प्रदेशव्यापी किसान आंदोलन के बाद किसानों को साधने में जुटी सरकार का सिरदर्द तब और बढ़ गया जब पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा नरसिंहपुर में आंदोलनकारी किसानों पर दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग पर धरने पर बैठ गए हैं. उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा इन दिनों मोदी विरोध के साथ ही भाजपा की भी खुलेआम आलोचना करने लगे हैं. अब नए मुद्दे के साथ यशवंत सिन्हा मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में एनटीपीसी में ज़मीन देने वाले आंदोलनकारी किसानों पर दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग को लेकर कलेक्टोरेट के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. यशवंत सिन्हा का कहना है कि निर्दोष किसानों पर गलत मामला दर्ज किया है. आजाद भारत में ऐसा करना अनुचित है. आपको जानकारी दे दें कि एनटीपीसी प्रोजेक्ट गाडरवारा, नरसिंहपुर के लिए जिन किसानों की जमीन प्रोजेक्ट में रोजगार देने का वादा करके सरकार ने ली थी. लेकिन किसानों को कोई स्थाई रोजगार नहीं दिया गया . इसीलिए स्थाई रोजगार देने की मांग को लेकर राष्ट्रीय किसान मज़दूर संघ द्वारा अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन किया जा रहा है. अब इस आंदोलन में पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के शामिल हो जाने से आंदोलन के और तेज होने की संभावना बढ़ गई है.बता दें कि इन दिनों यशवंत सिन्हा ने केंद्र सरकार के खिलाफ बागी तेवर अपनाए हुए हैं.इसमें उन्हें बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का भी साथ मिल गया है .यशवंत सिन्हा ने राष्ट्र मंच का भी गठन किया है . यह भी देखें पीएम मोदी से 'शत्रु' और 'सिन्हा' की खुलेआम बगावत न्यायपालिका का मामला आंतरिक नहीं - यशवंत सिन्हा