मुंबई ब्रोकरेज फर्मों का अनुमान है कि वर्ष 2020 में शेयर बाजार से मध्यम दर्जे का ही रिटर्न मिलेगा। उनका कहना है कि शेयरों का वैल्यूएशन काफी चढ़ गए हैं, इकनॉमिक स्लोडाउन बने रहने की आशंका है और सरकार के लिए राजकोषीय मोर्चे पर राहत देने की गुंजाइश सीमित है। इन पहलुओं का असर बाजार पर पड़ सकता है। बीएनपी पारिबा ने सेंसेक्स पर 'ओवरवेट' रुख जताया है और उसका अनुमान है कि 2020 में सेंसेक्स 44,500 प्वाइंट्स पर पहुंच जाएगा। इसके अलावा मेबैंक किम एंग ने 2020 में शेयर बाजार पर 'न्यूट्रल' रुख रखते हुए निफ्टी के लिए 11600 प्वाइंट्स का अनुमान दिया है। ICICI सिक्यॉरिटीज के अनुसार , दिसंबर 2020 तक निफ्टी 13,100 पॉइंट्स पर होगा। उसने कहा कि अगस्त से बाजार में दिख रही तेजी के कारण 2020 में रिटर्न के मोर्चे पर उम्मीद घट गई है। BNP पारिबा फर्म के अनुसार , देश के जीडीपी ग्रोथ अनुमान में और कमी हो सकती है। सरकार के लिए खर्च बढ़ाकर या टैक्स और घटाकर राजकोषीय राहत देने की गुंजाइश भी सीमित है। प्राइवेट इन्वेस्टमेंट में भी जल्द बढ़ोतरी की संभावना नहीं दिख रही है और फाइनैंशल्स पर ऐसेट क्वॉलिटी का प्रेशर बना हुआ है। ब्रोकरेज ने मैक्रो-इकनॉमिक चुनौतियों के बावजूद भारत पर ओवरवेट रुख बनाए रखा है। उसने कहा कि निवेश करने के लिए कई तरह के सेक्टरों के होने और शेयर चुनने में सहूलियत के कारण भारत आकर्षक बना हुआ है। प्राइवेट बैंक, इंश्योरेंस कंपनियों और अग्रणी आईटी कंपनियां उसकी इन्वेस्टमेंट पिक्स में शामिल हैं। मेबैंक किम एंग सिक्यॉरिटीज ब्रोकरेज ने कहा कि भारत का मैक्रो आउटलुक भले ही धुंधला दिख रहा हो, लेकिन वह प्राइवेट बैंकों, टेलिकॉम कंपनियों, सीमेंट, पावर और गैस यूटिलिटीज, सॉफ्टवेयर और ट्रैक्टर कंपनियों पर बुलिश है। उसने कहा कि निफ्टी 2020 में अधिक से अधिक 13400 पॉइंट्स तक जा सकता है और बेयर फेज में यह 9900 तक रह सकता है। उसने कहा कि फरवरी 2020 में सरकार ने यदि साहसिक कदम उठाए तो उससे बाजार में तेजी आ सकती है। उसके इन्वेस्टमेंट पिक्स में ICICI बैंक, ऐक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक, महानगर गैस, डालमिया भारत, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, HCL टेक, एमफैसिस और टेक महिंद्रा शामिल हैं। मारुति सुजुकी और टाटा मोटर्स को उसने बेचने की सलाह दी है। ICICI सिक्यॉरिटीज ब्रोकरेज ने कहा कि 2020 में निफ्टी के लिए ऐब्सॉल्यूट रिटर्न सीमित रहेगा क्योंकि कैलेंडर इयर 2019 के चौथे क्वॉर्टर में शेयरों में तेजी आई है और इससे वैल्यूएशंस चढ़ गए हैं। उसने कहा कि रिस्क ऐसेट्स को लेकर सतर्कता बनी रहेगी क्योंकि गोल्ड के लिए ग्लोबल बैंकों में आकर्षण बना हुआ है। ब्रोकरेज ने फाइनैंशल्स, कंज्यूमर डिस्क्रीशनरी और इंडस्ट्रियल्स पर ओवरवेट रुख बनाया है। इसके इन्वेस्टमेंट पिक्स में बंधन बैंक, इंडसइंड बैंक, चोलामंडलम फाइनेंस, LIC हाउसिंग, HDFC लाइफ, SBI लाइफ, जुबिलेंट फूडवर्क्स, वेस्टलाइफ, ट्रेंट, ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज, डाबर, बालकृष्ण इंडस्ट्रीज, TVS मोटर्स, L ऐंड T, इंजीनियर्स इंडिया, भारती एयरटेल, GGL, GSPL, डॉ लाल पैथलैब्स, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक और श्री सीमेंट मौजूद हैं। देश में CAA पर बवाल से, टिम ड्रेपर का कहना-कारोबार को लेकर चिंतित हूं एक जनवरी से काम नहीं करेंगे आपके पुराने डेबिट और क्रेडिट कार्ड, RBI करने जा रहा ये काम डीजल के दामों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी, पेट्रोल की कीमत में मिली राहत