टोक्यो: टोक्यो पैरालिंपिक्स में भारत अव्वल आता जा रहा है। अब भारत की झोली में एक और सिल्वर मेडल आ चुका है। जी दरअसल इस बार देश को चांदी और सोना दोनों ही मिले है। आप सभी को बता दें कि योगेश काठुनिया ने पुरुषों के डिस्कस थ्रो इवेंट के फाइनल में अपनी शानदार जीत से भारत को चांदी दिलवा दी है। जी दरअसल योगेश काठुनिया ने F56 कैटेगरी में भारत के लिए सिल्वर जीता। आप सभी को हम यह भी बता दें कि उन्होंने इस कामयाबी को हासिल करने के लिए अपना सीजन बेस्ट प्रदर्शन किया। जी दरअसल योगेश ने 44.38 मीटर की दूरी नापते हुए देश को टोक्यो पैरालिंपिक्स में सिल्वर दिलाया। इस बार टोक्यो पैरालिंपिक्स में ये भारत का 5वां मेडल है। आपको बता दें कि 9 साल की उम्र तक एक सामान्य जिंदगी जीने वाले योगेश काठुनिया को साल 2006 में व्हीलचेयर पर आना पड़ा। वहीँ अपने बेटे को फिर से पैरों पर खड़ा करने के लिए उनकी मां मीना देवी ने फिजियोथेरेपी सीखी और खुद ही ट्रिटमेंट देने लगी। करीब 3 साल तक मेहनत के बाद योगेश फिर से अपने पैरों पर खड़े हो गए। अंत में नतीजा ये है कि आज वो टोक्यो पैरालिंपिक्स में भारत को सिल्वर मेडल दिलाने में कामयाब रहे। आपको बता दें कि योगेश काठुनिया ने साल 2019 में दुबई में हुए वर्ल्ड पारा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर टोक्यो पैरालिंपिक्स में उतरने का टिकट कटाया था। अब योगेश ने टोक्यो मे सिल्वर मेडल ले लिया और दुनिया भर में भारत का नाम रोशन किया। मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव ने गणेश उत्सव को लेकर की बैठक अब केवल वर्चुअल नहीं बल्कि फिजिकल रूप से भी सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट, जानिए क्या होंगे नियम कृष्ण प्रसाद चिगुरुपति ने डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान करने के लिए GITAM प्रबंधन को दिया धन्यवाद