लखनऊ : जब से यूपी में योगी सरकार अस्तित्व में आई है, तब से पूर्व सीएम अखिलेश यादव की योजनाओं के गुण दोष पर विचार कर उन्हें बदलने का क्रम जारी है. इसी कड़ी में यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार ने कल रात फिर कई बड़े फैसले लिए हैं. उन्होंने अखिलेश यादव के समाजवाद के नाम पर चल रही योजनाओं पर हथौड़ा चलाकर उन्हें खत्म कर दिया. गौरतलब है कि इस बार योगी ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की स्वप्न परियोजनाओं पर हथौड़ा चलाया है. कल रात समाज कल्याण विभाग की बैठक में योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश सरकार की समाजवादी पेंशन योजना पर सबसे पहले हथौड़ा चलाते हुए तत्काल प्रभाव से रोकने के साथ ही इसकी जांच के आदेश दिए हैं. जांच इस बात को लेकर होगी कि जिन्हें पेंशन मिल रही है, वो इसके असली हकदार हैं या नहीं. इसकी जांच रिपोर्ट एक महीने में देने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि अखिलेश सरकार समाजवादी पेंशन के तहत गरीब परिवारों को हर महीने 500 रुपये देती थी. योगी सरकार ने विधवाओं, दिव्यांगों और बुजुर्गों को पेंशन की राशि दोगुनी यानी 1000 रुपये करने इक योजना पेश करने को कहा है. इसके बाद योगी सरकार ने दूसरा हल्का हथौड़ा अखिलेश सरकार की शादी अनुदान योजना पर चलाकर योजना का नाम अब कन्यादान योजना कर दिया है. इस योजना के तहत जिन गरीब परिवारों को अपनी बेटियों की शादी में आर्थिक परेशानी आती है उन्हें 20 हजार रुपये की राशि दी जाती है. ये योजना एक परिवार में दो बेटियों तक सीमित है. यही नहीं योगी सरकार अखिलेश यादव की समाजवादी साइकिल ट्रैक पर भी हथौड़ा चलाने का विचार कर रही है. अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है. अखिलेश सरकार ने लखनऊ से लेकर नोएडा समेत यूपी के कई शहरों में साइकिल ट्रैक बनाए थे. इन्हें बनाने में हजारों करोड़ रुपए खर्च हुए थे. अब इन्हें तोड़ने में भी करोड़ों खर्च होंगे. योगी सरकार चाहती है कि इन साइकिल ट्रैक को तोड़कर सड़क को चौड़ा किया जाएं. यह भी देखें योगी कैबिनेट की बैठक में फैसला, गाँवो को मिलेगी 18 घंटे बिजली योगी सरकार ने दिया स्कूलों को अम्बेडकर जयंती मनाने का निर्देश