लखनऊ : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लोकभवन में किसान पाठशाला का उद्घाटन करते हुए बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों को समद्घ बनाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मंडियों को अफसर नहीं बल्कि किसानों के चुने हुए प्रतिनिधि चलाएंगे। जिससे कि उनकी समस्याओं का ठीक ढंग से निपटारा हो सके। दुबई : बस हादसे में मारे गये 12 भारतीयों में से 11 के शव भारत भेजे गए कुछ ऐसा बोले सीएम योगी जानकारी के मुताबिक उन्होंने कहा कि पंचायतीराज विभाग की योजनाओं का अवलोकन करने के बाद ग्राम पंचायतों को विकास की धुरी बनाया जाएगा। उन्होंने हर गांव का अपना सचिवालय होने की बात कही ताकि ग्रामीणों की रोजमर्रा की गतिविधियों का प्रभावी निस्तरण किया जा सके। योगी ने कहा कि किसान पाठशाला के विगत दो संस्करणों में प्रदेश के सभी जनपदों के लगभग 15000 कृषि केंद्रों पर किसानों की आय को दोगुना करने व आधुनिक तकनीक के साथ ही कम लागत व अधिक उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। इससे अन्न दाताओं को लाभ हो रहा है। मालदीव से श्रीलंका पहुंचे पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना से की मुलाकात इसी के साथ उन्होंने कहा कि दो वर्ष पहले इसी प्रदेश में किसान सरकारी उपेक्षा और उदासीनता के कारण कृषि से पलायन करने पर मजबूर था लेकिन आज वही अन्नदाता किसान अपने परिश्रम से प्रदेश की धरती पर सोना उगलने का काम कर रहा है। देश के अंदर किसान सम्मान निधि योजना से सर्वाधिक लाभ यूपी के एक करोड़ से अधिक किसानों को हुआ है। शेष किसानों के लिए हम व्यवस्था कर रहे हैं। साल भार पहले रिश्तेदार ने किया था बलात्कार, आज तक चल नहीं पाती है पांच वर्षीय मासूम केरल में नर्स राजम्मा से गले मिले राहुल, जिनके सामने लिया था जन्म अलीगढ़ हत्याकांड में अब तक 4 गिरफ्तार, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात